नई दिल्ली – दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) और अकाली दल ने शनिवार को पाकिस्तान के सबसे पवित्र सिख गुरुद्वारा ननकाना साहिब में एक भीड़ द्वारा पथराव को लेकर पाकिस्तान दूतावास के बाहर धरना दिया। जागरण समाचारपत्र के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर पाकिस्तान दूतावास के बाहर देश के खिलाफ नारे लगाए और दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की। यह विरोध प्रदर्शन कल शुक्रवार शाम पाकिस्तान के गुरुद्वारा ननकाना साहिब में स्थानीय निवासियों द्वारा पथराव किए जाने के बाद हुआ।
समुदाय के सदस्यों पर हमला बर्दाश्त नहीं
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मोहम्मद हसन ने खुले तौर पर घोषणा की है कि वह गुरुद्वारा साहिब को एक मस्जिद में बदल देंगे। वहां से हर सिख को बेदखल कर देंगे, और इसका नाम गुलाम अली मुस्तफा रख देंगे। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सिख समिति ने मांग की कि पाकिस्तान सरकार को हसन के परिवार के सदस्यों को सलाखों के पीछे डालना चाहिए, जो सिख समुदाय के खिलाफ क्रूरता के पीछे का मार्गदर्शक है। बता दें कि बीते साल ग्रंथी ज्ञानी भगवान सिंह की बेटी जगजीत कौर का अपहरण कर उसका धर्मांतरण और जबरन निकाह करवा दिया था। इसके बाद से यहां पर तनाव बरकरार है।
Delhi: Akali Dal and Delhi Sikh Gurdwara Management Committee protests against Pakistan over the mob attack on Nankana Sahib yesterday pic.twitter.com/kAingHQvfh
— ANI (@ANI) January 4, 2020
पाकिस्तान : सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पर धर्मांधों की भीडद्वारा आक्रमण
ननकाना साहिब का नाम बदलकर गुलाम अली मुस्तफा कर देने की भीडद्वारा धमकी
नई दिल्ली : पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार जारी है। भारत जो बात कहता रहा है उसका सबूत पाकिस्तान ने दे दिया है। अब अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का जिंदा सबूत सामने आया है। दरअसल पाकिस्तान में सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पर हमला हुआ है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि, उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जिन्होंने ननकाना साहिब गुरुद्वारे को नुकसान पहुंचाया है और पाकिस्तान में सिख समुदाय पर हमला किया है।
दिल्ली में भाजपा के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने वीडियो शेयर किया है। साथ ही कई वीडियो पाकिस्तानी मीडिया में भी वायरल हो रहे हैं। पाकिस्तान की भीड कह रही है कि, ननकाना साहिब का नाम बदलकर गुलाम अली मुस्तफा कर देंगे। बताया जा रहा है ननकाना साहिब में स्थिति तनावपूर्ण है। वाघा से ननकाना साहिब की दूरी सौ किलोमीटर है। ननकाना साहिब गुरु नानक जी का जन्मस्थल है। सिरसा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि, वह इसपर कठोर संज्ञान लें। सिरसा, दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष भी हैं।
LIVE Footage from Nankana Sahib where an angry Muslim mob is outside Gurdwara Sahib and raising anti-Sikh slogans
I urge @ImranKhanPTI Ji to take immediate action on such communal incidents that are increasing the insecurity in the minds of Sikhs of Pak@thetribunechd @PTI_News pic.twitter.com/IlxxBjhpO2
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) January 3, 2020
मनजिंदर सिंह सिरसा ने मोहम्मद हसन के नेतृत्व में भीड द्वारा गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पर हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय पाकिस्तान में सिखों को धमकाने के सभी प्रयासों का विरोध करेगा। सिरसा के अनुसार जिस मोहम्मद हसन ने गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के ग्रंथी की बेटी जगजीत कौर का अपहरण किया था, उसी ने भीड का नेतृत्व किया। इस भीड ने गुरुद्वारे के खुले गेट को तोडने की कोशिश की। सिरसा ने कहा कि पहले हसन ने सभा को संबोधित किया और घोषणा की कि, श्री ननकाना साहिब में एक भी सिख को रहने की अनुमति नहीं देंगे और पवित्र शहर का नाम गुलाम अली मुस्तफा रखेंगे।
“Islam is still alive & we will avenge”
Local threaten to eliminate Sikhs At Gurudwara Nankana Sahib,Pakistan & rename it as Ghulam-E-Mustafa
Reality of Pakistan whom Congress & intellectuals been openly supporting,this is why CAA!#nankanaSahib #IndiaSupportsCAA #JavedAkhtar pic.twitter.com/avrCqOhjSE
— Geetika Swami (@SwamiGeetika) January 3, 2020
सिरसा ने कहा इस चौंकाने वाली घटना को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जगजीत कौर के अपहरणकर्ता ने ऐसा केवल उस समुदाय से बदला लेने के लिए किया जिसने अपहरण, धर्मांतरण और बाद में जगजीत कौर से शादी करने का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि हसन जैसे गुंडों द्वारा इस तरह की कोशिशों का सिख समुदाय मूक दर्शक बनकर नहीं रह सकता है। पाकितान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक हर कदम उठाया जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमले की घटनाओं में तेजी आई है। नाबालिग लड़कियों का अपहरण हो रहा है। यह बहुत महंगा साबित होगा क्योंकि सिख समुदाय दुनियाभर में अपने समुदाय की भावनाओं के साथ खेलने की इजाजत नहीं देगा। उन्होंने मांग की कि हसन को कड़ी सजा दी जानी चाहिए जिन्होंने सिख गुरु साहिबान से जुड़े शहरों का नाम बदलने का यह अपवित्र प्रयास किया है।
स्त्रोत : एबीपी न्यूज