मुंबई – पाकिस्तान पहले जमात-उद-दावा के प्रमुख व मुंबई हमले के एक अन्य मास्टर माइंड हाफिज सईद को काबू में करे फिर अपनी सरजमीं से आतंकवाद के खात्मे का संघर्ष छेड़े। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में यह बात कही है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद का उत्पादन करने वाली फैक्टरी बन गई है, इसलिए आश्चर्य हुआ कि उसने आतंकियों को मृत्यदंड देने पर पाबंदी हटा दी है।
हाफिज सईद जैसे आतंकी ने पेशावर में बच्चों की नृशंस हत्या को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगला है। वह कह रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी हमले के लिए जिम्मेदार हैं और वह इसके लिए भारत से बदला लेगा। नवाज शरीफ को पहले इस आदमी को नियंत्रित करने के उपाय करना चाहिए। दुनिया आतंकवाद से संघर्ष के पाकिस्तान के वचन पर तब तक भरोसा नहीं करेगी, जब तक कि हाफिज सईद जैसे आतंकियों को जड़ से खत्म नहीं किया जाता।
सभी देश आगे आएं
शिवसेना ने कहा कि सईद २६ नवंबर २००८ को मुंबई पर हुए भयावह आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है और भारत के मोस्टवांटेड आतंकियों की सूची में शामिल है। मुंबई में ६० घंटे चले हमले में १६६ स्त्रोत : जागरण लोग मारे गए थे। हमें पेशावर के स्कूल में बच्चों की नृशंस हत्या से गहरा दु:ख पहुंचा है। पाकिस्तान की जमीन हर देश के लिए खतरा बन गई है इसलिए सभी देशों को वहां से पैदा होने वाले आतंक के खात्मे के लिए आगे आना होगा। पाकिस्तान सरकार अकेली इसे खत्म नहीं कर सकेगी।
स्त्रोत : जागरण