कुछ अन्य स्थानों पर हिंदुओं को प्राचीन ‘दिवाजोत्सव’ मनाने के लिए मजबूर करने के बाद, अब कुछ ईसाई अपने कामों से सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। इन लोगों ने मंड, बैतूल में आम जमीन पर अवैध रूप से नारियल के पेड़ लगाए हैं। यह सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित कर सकता है और कोई भी अप्रिय घटना नहीं होनी चाहिए इसलिए, पुलिस और प्रशासन को इस मुद्दे पर जल्द से जल्द गौर करना चाहिए एेसी मांग श्री देव बेताल देवस्थान ट्रस्ट (बपसोरा, वेलिम) द्वारा क्यूकोलिम पुलिस स्टेशन और उप जिला कलेक्टर (मार्गो) के पास की गई मांग है। साथ ही चैपल कमेटी ऑफ बापसोरा के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है।
शिकायत में कहा गया है कि, बैतूल के मंड में भूमि का उपयोग बेताल देवता के हिंदू भक्तों द्वारा धार्मिक गतिविधियों के लिए किया जाता है। पिछले 100 वर्षों से चल रहा है। यहां तक कि मछुआरे भी मछली पकड़ने के लिए सल नदी तक पहुंचने के लिए इस भूमि के रास्ते से गुजरते हैं। बाप्सरा स्थित चैपल समिति चर्च के दबाव रणनीति का उपयोग कर रही है और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने की कोशिश कर रही है।उनके पास यह साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं है कि मंड की जमीन उनकी है, फिर भी चैपल कमेटी बेताल मंदिर ट्रस्ट से जुड़ी जमीनों को दूसरों को बेचने की कोशिश कर रही है। इसलिए उन्होंने इस भूमि पर अवैध रूप से नारियल के पेड़ लगाए हैं। हम पुलिस और प्रशासन से अपील करते हैं कि चैपल समिति को इन गैरकानूनी गतिविधियों को करने से रोकें ।