सांगली (महाराष्ट्र) में २ दिवसीय हिन्दू राष्ट्र संगठक कार्यशाला का उत्साहित वातावरण में समापन
सांगली : वर्ष २००२ में बोए हुए हिन्दू जनजागृति समिति के पौधे का अब वटवृक्ष बना है ! विविध प्रसारमाध्यमों ने समिति के विरोध में दुष्प्रचार करने का प्रयास किया; परंतु हर बार समिति ने पत्रकार परिषद और सामाजिक माध्यमोंद्वारा वास्तविकता सामने रखी; इस कारण अब प्रसारमाध्यमें हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य का संज्ञान ले रहे हैं ! इस प्रकार की कार्यशालाएं अर्पणदाताओं के बल पर ही संपन्न हो रही हैं और हम इस कार्य के माध्यम से समाजऋण चुका रहे हैं। हिन्दू जनजागृति समिति के कोंकण, पश्चिम महाराष्ट्र एवं गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने ऐसा प्रतिपादन किया। ११ एवं १२ जनवरी को यहां के हरिदास भवन में आयोजित हिन्दू राष्ट्र संगठक कार्यशाला के समापन सत्र में वे बोल रहे थे।
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. किरण दुसे ने भी उपस्थित शिविरार्थियों को संबोधित किया। इस २ दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर सभी धर्मप्रेमियों ने समर्पित भाव से राष्ट्र एवं धर्म का कार्य करने का निर्धार व्यक्त किया।
हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाएं एवं ग्रामबैठकोंसहित विविध उपक्रमों में सक्रिय होने का धर्मप्रेमियों का निश्चय !
इस अवसर पर धर्मप्रेमियों ने ८ स्थानों पर हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाएं, ७ स्थानों पर ग्रामबैठकें, ४ स्थानों पर धर्मशिक्षावर्ग, विविध-स्थानों पर विविध त्योहार-उत्सवों से संबंधित हस्तपत्रकों का वितरण करना, सनातन प्रभात नियतकालिकों के वर्गणीदार बनाना जैसे राष्ट्र एवं धर्म से संबंधित विविध उपक्रमों में सक्रिय होने का निश्चय व्यक्त किया।
सांगली (महाराष्ट्र) में २ दिवसीय हिन्दू संगठक कार्यशाला का आरंभ
प्रभु श्रीराम एवं छत्रपति शिवाजी महाराज के शासनकाल की भांति शाश्वत राष्ट्र की आवश्यकता – मनोज खाडये, हिन्दू जनजागृति समिति
सांगली : प्रभु श्रीराम एवं छत्रपति शिवाजी महाराज के शासनकाल में राज्यव्यवस्था तो आदर्श थी ही; परंतु वह शाश्वत भी थी । आज भी उन शासनकालों का उल्लेख किया जाता है और भविष्य में भी सहस्रों वर्षोंतक इन आदर्श राज्यव्यवस्थाओं का उल्लेख किया जाएगा । हमें ऐसी ही शाश्वत राज्यव्यवस्था अर्थात ईश्वरीय राज्य की स्थापना करनी है । हिन्दू जनजागृति समिति के कोंकण, पश्चिम महाराष्ट्र एवं गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने ऐसा प्रतिपादित किया । ‘हिन्दू राष्ट्र की मुलभूत संकल्पना’ विषयपर मार्गदर्शन करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे । ११ एवं १२ जनवरी को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां के हरिदास भवन में २ दिवसीय हिन्दू राष्ट्र संगठक कार्यशाला का आयोजन किया गया था । इस कार्यशाला में जत, कवठेमहाकाळ, तासगांव, पलूस एवं ईश्वरपुर से आए ५० धर्मप्रेमी उपस्थित थे ।