क्या मीडिया, पत्रकार और उदार बुद्धिजीवी इस पर बोलेंगे?
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में अराजक तत्वों द्वारा शिव शक्ति काली मंदिर की मूर्तियों को तोड़ने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक अज्ञात बदमाश मंदिर में चोरी करने के लिए आए थे, मगर चोरी में नाकाम होने के बाद उन्होंने मंदिर की मूर्तियों को छिन्न-भिन्न कर दिया। इस घटना से इलाके के लोगों में काफी रोष है।
अपराधी जेवर चुराने की नीयत से मंदिर में घुसे थे। बताया जा रहा है कि मंंदिर में आठवीं बार चोरी की कोशिश की गई है। इससे पहले भी सात बार बदमाशों ने मंदिर में चोरी करने का प्रयास किया था। मंगलवार (जनवरी 21, 2019) को हुई वारदात की सूचना मिलने पर न्यू जलपाईगुड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुँची। हालाँकि, पुलिस को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। फिलहाल पुलिस 5 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) में गेट बाजार काली मंदिर में देवी काली की मूर्ति को ढहा दिया गया।
अगर हम एकजुट नहीं हुए तो जल्द ही हमारा भी सफाया हो जाएगा।
क्या मीडिया, पत्रकार और उदार बुद्धिजीवी इस पर बोलेंगे? pic.twitter.com/lJq2ouROBK
— α∂เƭყα✧ (@saffronlions) January 21, 2020
Idol of Maa Kali at Gate Bazar Kali Mandir in Siliguri was demolished. Seculars won’t say anything on this. pic.twitter.com/b9E1O3AOVH
— Roop Darak (@iRupND) January 21, 2020
पूरे मामले का खुलासा मंगलवार सुबह पुजारी के मंदिर पहुँचने पर हुआ। रोज की तरह सोमवार रात को पुजारी मंदिर बंद कर चले गए थे। मंगलवार सुबह जब मंदिर का दरवाजा खोला गया तो नजारा देखकर हक्के-बक्के रह गए। इसके बाद चोरी की खबर पूरे इलाके में फैल गई और लोगों का आक्रोश बढ़ गया। आशंका जताई जा रही है कि चोर माँ काली की मूर्ति से जेवर चुराने के लिए आए होंगे और दरवाजा बंद होने की वजह से उन लोगों ने किसी लाठी या डंडे के सहारे उन जेवरों को निकालने का प्रयास किया होगा। इसी दौरान मूर्ति गिर कर टूट गई होगी। इसके बाद चोर वहाँ से फरार हो गए।
लोगों को पुलिस से भी इस बात की नाराजगी है कि 7 बार चोरी का प्रयास करने के बाद भी अभी तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे पहले की चोरी को लेकर भी शिकायत दर्ज कराई गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
स्त्रोत : OpIndia