एेसी गिरफ्तारियां कभी अन्य धर्मियोंकी हुर्इ है ? क्या यही देशकी ‘धर्मनिरपेक्षता’की व्याख्या है ? हिंदुआेंपे हो रहें अत्याचार आैर सौतेलेपन का मूल कारण हिंदु संघटित न होना यही है ।
लखनऊ (उत्तर प्रदेश) : गाजीपुर के जमानियां क्षेत्र के गोहदा में आज प्रस्तावित हिंदू युवा वाहिनी (हियुवा) का घर वापसी कार्यक्रम प्रशासन ने रद करा दिया। इसमें शामिल होने आए हियुवा के प्रदेश अध्यक्ष सहित ११२ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी को बस में भरकर पुलिस लाइन लाया गया। कार्यकर्ताओं ने वहां भी सभा शुरू कर दी। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह पटेल एवं पुलिस अधीक्षक डा. उमेश चंद्र श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंच गए।
कार्यक्रम में शामिल होने आए हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील लंका स्थित एक होटल में कार्यकर्ताओं संग विचार-विमर्श कर रहे थे। इसकी भनक जैसे ही पुलिस को लगी उसने होटल को घेर लिया। यहां से कार्यकर्ता मोटरसाइकिल जुलूस निकालने वाले थे लेकिन उसके पहले ही उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। जिलाध्यक्ष रास बिहारी राय ने कहा कि सरकार तुष्टीकरण के जरिये वोट बैंक की राजनीति कर रही है। पुलिस अधीक्षक उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि हिंदू युवा वाहिनी का गोहदा में आयोजित कार्यक्रम रद कर दिया गया। यह शांति व्यवस्था के लिए खतरा था। इस मामले में ११२ कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई थी। शाम को उन्हें निरुद्ध कर छोड़ दिया गया।
महराजगंज में सहभोज रोका
महराजगंज चौक क्षेत्र के सेमरा गांव में गुरुवार को आयोजित ङ्क्षहदू युवा वाहिनी के सहभोज कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे वाहिनी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण सिंह, जिला संयोजक सतीश सिंह सहित पचास कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कार्यक्रम स्थल पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएसी तैनात कर दी गई है। ङ्क्षहदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष नृपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन ङ्क्षहदू विरोधी कार्य कर रहा है। हियुवा कार्यकर्ता सेमरा गांव में आपसी भाई चारे के लिए शांति पूर्ण ढंग से सहभोज कार्यक्रम करने जा रही थी। उसके बावजूद सहभोज कार्यक्रम पर रोक लगाकर पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया गया, जिसे कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पादरी राजा पास्टर को जेल भेजा
गोरखपुर के नबीपुर गांव के एक घर में विशेष प्रार्थना सभा में धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास के मामले में हिरासत में लिए गए रंगीलाल समेत सभी 11 लोगों को पुलिस ने देर रात छोड़ दिया। उन्हें धर्मांतरण की सूचना पर बवाल होने के आशंका में गांव से उठाकर पूछताछ के लिए सोनबरसा पुलिस चौकी पर रखा गया था। उनके साथ ही पकड़े गए पादरी राजा पास्टर का शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया गया। उस पर दलितों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए नबीपुर गांव में विशेष पूजा का आयोजन कराने का आरोप है।
स्रोत : जागरण