वापी (गुजरात) : दक्षिण गुजरात के आदिवासी बहुल कपराडा के अरणाई गांव में शनिवार को २०० ईसाई परिवारों ने कथित घर वापसी की। ७०० से अधिक लोग धार्मिक विधि-अनुष्ठान कर अपने हिंदू बने। कार्यक्रम से पहले लोगों ने पवित्र गरम पानी के कुंड में स्नान किया। विश्व हिंदू परिषद के धर्म प्रसार विभाग की वलसाड इकाई के बैनर तले हिंदू संस्कृत दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन था।
अरणाई गांव वलसाड जिले का हिस्सा है। मान्यता है कि वनवास अवधि में भगवान राम ने यहां वास किया था। धर्म प्रसार विभाग, दक्षिण गुजरात प्रांत के संयोजक धर्मेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि कपराडा एवं धरमपुर तहसील में ७० से ८० प्रतिशत तक धर्मान्तरण हुआ है।
ऐसे लोगों को पुन: मूलधर्म में लाने का प्रयास है। विविह कार्यकर्ता गांव-गांव काम कर रहे हैं। एक साल में ६० हजार लोगों को स्व-धर्म में लाने की तैयारी है। उधर, गुजरात सरकार के प्रवक्ता मंत्री नितिन पटेल ने इस बारे में कहा, ‘इसमें सरकार कुछ नहीं कर सकती। जहां तक कुछ गैर कानूनी नहीं होता हो, वहां सरकार बीच में नहीं पड़ सकती।’
अवश्य पढें :
गुजरात में १०० ईसाइयों का धर्मांतरण
स्रोत : दैनिक भास्कर