बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से बेंगलुरु-होसुर नेशनल हाईवे पर स्थित गर्भगविपल्या में 180 साल प्राचीन श्री अंजनेय स्वामी मंदिर को गिरा दिया है।
बीएमआरसीएल को अपनी आरवी रोड-बोम्मसंद्रा लाइन (रीच -5) के लिए बुनियादी ढांचा लगाने के लिए वर्षों पहले अधिग्रहित की गई भूमि के बदले में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को भूमि के पार्सल को सौंपने की आवश्यकता है।
NHAI ने मौके पर एक सर्विस रोड बनाने की योजना बनाई है। बीएमआरसीएल के महाप्रबंधक (भूमि अधिग्रहण) एम एस चन्नप्पा गौडर ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि, सोमवार को सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक किया गया मंदिर तोडने का अभियान शांतिपूर्ण था।
उन्होंने कहा, इस जगह को अब एक मिश्रित दीवार के साथ लगाया गया है। हमने आसपास के 1,750 वर्ग फीट जमीन मंदिर के अधिकारियों को सौंप दी है, जो हमने उनसे लिया है, उससे थोडा अधिक है। हमने एक नया मंदिर बनाने के लिए 1.5 करोड़ रुपये भी दिए हैं।
लगभग 1000 भक्त प्रतिदिन औसतन 100 पैदल यात्रा के साथ हर शनिवार मंदिर आते हैं।“
उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय लोगों के साथ-साथ मंदिर के पुजारियों के कड़े विरोध के कारण पिछले एक साल में मंदिर की जगह हासिल करने के प्रयास असफल हुए थे। हम अपने दृष्टिकोण से सतर्क थे क्योंकि हम धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते थे।’’
स्त्रोत : TNIE