तंजानिया जैसे आफ्रिका के गरीब देश में लोगों को फंसानेवाले ईसाई पादरी !
- ऐसे ही लालच देकर ईशान्य भारत ईसाईबहुल किया गया । अब भी देश के आदिवासी क्षेत्र में यह षड्यंत्र शुरु है । भारत सरकार ने हमारे देश में इस तरह क्या कही फंसाया जा रहा है, इसकी जांच कर मिशनरीयों पर सक्त कार्यवाही करनी चाहिए !
- ईसाई मिशनरीयों के इस षड्यंत्र के विषय में आधुनिकतावादी हर बार मौन धारण कर उसे समर्थन देते है और दुसरी ओर हिन्दुओं के श्रद्धाओं को ‘अंधश्रद्धा’ करार देते है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
तंजानिया की एक चर्च में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान अचानक से भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 20 लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत नाजुक है।
एएफपी की रिपोर्ट ने मोशी शहर के ज़िला आयुक्त किप्पी वारओबिया के हवाले से बताया कि तंजानिया के उत्तरी इलाके की एक चर्च के खुले मैदान में शनिवार को एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था, जहाँ बड़ी संख्या में लोग उपदेशक बोनीफस मवामपोसा के नेतृत्व में प्रार्थना कर रहे थे, जोकि जो अरिज और शाइन मंत्रालय तंजानिया के प्रमुख रहे हैं। प्रार्थना समाप्त होने के बाद खुद को ईश्वर कहने वाले मवामपोसा ने कहा कि जमीन पर ‘पवित्र तेल’ पड़ा हुआ है। इसकी जानकारी मिलने के बाद चर्च में मौजूद लोग अपने रोग ठीक होने की आस में तेल को छूने लगे।
तेल को छूने की होड़ में देखते ही देखते भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। मोशी के जिला कमिश्नर किपी वारीओबा के मुताबिक इस भगदड़ में 20 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मरने वालों में 5 बच्चे भी शामिल हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ लोगों की गंभीर स्थिति को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या में अभी इजाफा हो सकता है।
#UPDATE At least 20 people have been trampled to death at an open-air evangelical Christian church service in the town of #Moshi in northern #Tanzania, officials said on Sunday https://t.co/VoeTR9PCxS pic.twitter.com/br64jrC8mw
— AFP news agency (@AFP) February 2, 2020
वहीं अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक घटना के चश्मदीद पीटर किलेवो ने कहा कि वह दृश्य बहुत भयानक था। पीटर ने बताया कि देर रात की घटना होने के कारण लोग एक दूसरे को कोहनी से, हाथ-पैर से मारते हुए रौंदते हुए चले जा रहे थे। खबर के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों में तंजानिया की चर्चों में पादरियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जोकि लोगों की गरीबी मिटाने और उनका चमत्कारी इलाज करने का दावा करते हैं।
स्त्रोत : OpIndia