लव-जिहाद की घटनाएं दिन-ब-दिन बढती जा रही है ! हिन्दू तथा ईसाई लडकियों को इस जाल में फंसाकर उनका जबरन धर्मांतरण कराने की कई घटनाएं रोज देश में हो रही है, यहां तक की केरल के चर्च ने भी इसके अस्तित्व की बात स्वीकारी है, फिर भी लव जिहाद का अस्तित्व अस्वीकार करना, यह हास्यास्पद ही है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि, ‘लव जिहाद’ मौजूदा कानूनों के तहत परिभाषित नहीं है और इससे जुड़ा कोई मामला केंद्रीय एजेंसियों के संज्ञान में नहीं आया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। रेड्डी ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद किसी भी धर्म को स्वीकारने, उस पर अमल करने और उसका प्रचार-प्रसार करने की आजादी देता है। (लव-जिहाद मेें होनेवाला धर्मांतरण यह जबरन ही होता है, जबरन धर्मांतरण कर फंसाना यह बात संविधान में कही नहीं है – सम्पादक, हिन्दुजागृति) उन्होंने कहा कि, केरल उच्च न्यायालय सहित कई न्यायालयों ने इस विचार को सही ठहराया है।
रेड्डी ने कहा, “यह ‘लव जिहाद’ शब्द मौजूदा कानूनों के तहत परिभाषित नहीं है। लव जिहाद का कोई मामला केंद्रीय एजेंसियों के संज्ञान में नहीं आया है।” उन्होंने कहा कि एनआईए ने केरल में अलग अलग धर्मों के जोड़ों के विवाह के दो मामलों की जांच की है।
स्त्रोत : खबर एनडीटीव्ही