अमेरिका ने बुधवार को अपने यहां अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा न करने के लिए पाकिस्तान की निंदा की है। अमेरिकी सचिव माइक पॉम्पियो ने 27-राष्ट्रों के अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता गठबंधन के लॉन्च के दौरान कहा कि, हम आतंकवादियों और हिंसक चरमपंथियों की निंदा करते हैं जो धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हैं चाहे वे इराक में यजीदी हों, पाकिस्तान में हिंदू हों, पूर्वोत्तर नाइजीरिया में ईसाई हों या बर्मा में मुसलमान हों। बता दें कि, पोम्पियों का ये बयान तब आया है जब भारत में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से 6 अल्पसंख्यक समुदायों के लिए नागरिकता संशोधन कानून लाया गया है।
बता दें कि हिंदू स्थलों को तोड़े जाने और हिंदू लड़कियों के धर्म परिवर्तन की खबरें पाकिस्तान से लगातार आती है। ऐसे में पोम्पियो ने कहा कि हम ईशनिंदा और धर्मत्यागी कानून की निंदा करते हैं। हम सभी धर्मों के लिए चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी की शत्रुता का विरोध करते हैं। हम जानते हैं कि, आप चीन के दवाब के विरुद्ध हिम्मत दिखाकर इस गठबंधन का हिस्सा बने हैं और हम इसके लिए आपका धन्यवाद करते हैं।
पोम्पियो ने कहा कि आस्ट्रेलिया, ब्राजिल, इंग्लैंड, इजराइल, यूक्रेन, नीदरलैंड और ग्रीस इस गठबंधन में आने वाले प्रमुख देश हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में हमें सभी चीजों से ज्यादा सच्चाई के लिए लड़ना चाहिए। दुनिया में १० में से ८ से अधिक लोग अपनी धार्मिक मान्यता को स्वतंत्र होकर नहीं मान सकते।
स्त्रोत : लाइव्ह हिन्दुस्थान