भारत विश्वगुरु बनने हेतु गाय, गांव, गुरुकुल और गंगा का सुदृढ होना आवश्यक – अधिवक्ता श्री. चंद्रशेखर राव, उपाध्यक्ष, बंटवाळ अधिवक्ता संघ
मंगुलुरू (कर्नाटक) : भारत में अनादि काल से गाय, ग्राम, गुरुकुल एवं गंगा बलवान थे। प्रत्येक गांव आत्मनिर्भर था और लोग भी सुखी थे। तब गंगा शुद्ध थी और गुरुकुल शिक्षाप्रणाली के कारण उच्च स्तर की शिक्षा दी जाती थी। असंख्य गायों के होने से संपत्ति और समृद्धि थी; परंतु आज गोहत्या के कारण गोधन का विनाश हो रहा है। भारत को पुनः विश्वगुरु बनाना हो, तो उक्त ४ जी का सूत्र सुदृढ बनना चाहिए। बंटवाळ अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष अधिवक्ता श्री. चंद्रशेखर राव ने ऐसा प्रतिपादित किया। हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से हाल ही में यहां के श्री व्यंकटरमण देवस्थान के सभागृह में २ दिवसीय जिलास्तरीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन संपन्न हुआ। उसमें वे बोल रहे थे।
इस अधिवेशन में सनातन संस्था के संत पू. रमानंद गौडाजी, हिन्दू जनजागृति समिति के कर्नाटक राज्य समन्वयक श्री. गुरुप्रसाद गौडा, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता श्री. कृष्णमूर्ति पी. एवं कर्नाटक राज्य तुळू साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री. दयानंद ने मार्गदर्शन किया।
इस अधिवेशन में दक्षिण कन्नड जिला के पुत्तुरू, सुळ्या, बेळ्ळतंगडी एवं बंटवाळ के हिन्दू संगठनों के प्रमुख, भजन मंडल, देवालयों के न्यासी, सामाजिक आंदोलनकर्ता, अधिवक्ता, उद्योगपति आदि उपस्थित थे।