‘हलाल सर्टिफिकेशन’ के कारण भारत के सामने इस्लामीकरण का संकट – मनोज खाडये, हिन्दू जनजागृति समिति
इचलकरंजी (जनपद कोल्हापुर, महाराष्ट्र) : भारतीय अर्थव्यवस्था को दुर्बल बनाकर इस देश का इस्लामीकरण करने का संकट इस देश के सामने खडा है । इस संकट का सामना करने हेतु प्रत्येक हिन्दू को जागृत होकर अपना योगदान देना चाहिए । हिन्दू जनजागृति समिति के कोंकण, पश्चिम महाराष्ट्र एवं गुजरात राज्य के समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने यह आवाहन किया । २७ फरवरी को यहां के गायत्री भुवन में ‘हलाल सर्टिफिकेशन के कारण भारतीय अर्थव्यवस्थापर संकट’ विषयपर एक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया था । उसमें वे ऐसा बोल रहे थे । इस विचारगोष्ठी में २२ उद्योगपति उपस्थित थे ।
इस अवसरपर अनेक उद्योगपतियों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘हमें यह विषय ज्ञात नही था, अब हम इस विषय में जागृति करने के लिए प्रयास करेंगे’ ।
‘हलाल सर्टिफिकेशन’ रूपी आर्थिक जिहाद की बलि न चढें ! – सुनील घनवट
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से भोर एवं भोसरी (जनपद पुणे) में व्यावसायियों के लिए व्याख्यान का आयोजन
भोर : आजकल भारत के अधिकांश मुसलमान हलाल प्रमाणित उत्पादों की मांग कर रहे हैं । अब यह मांग केवल मांसतक ही सीमित नहीं रही है, अपितु अब मुसलमान अनाज, फल, सौंदर्य प्रसादन, औषधियां आदि उत्पादनों के भी हलाल प्रमाणित होने का आग्रह रख रहे हैं । इसके लिए उत्पादकों को अपने प्रत्येक उत्पाद के लिए २१ सहस्र २०० रुपए का भुगतान कर हलाल प्रमाणपत्र लेना पडता है । यह प्रमाणपत्र अन्न एवं औषधि प्रशासन जैसे किसी सरकारी विभाग से नहीं, अपितु ‘जमियत-ए-उलेमा-ए-हिन्द’ नामक नीजी मुसलमान संगठन की ओर से दिया जाता है । पहले हिन्दुओं के व्यापार और व्यवसाय में हस्तक्षेप कर समानांतर अर्थव्यवस्था खडी करने का यह एक वैश्विक षड्यंत्र है; इसलिए सभी हिन्दुओं को इस हलालरूपी आर्थिक जिहाद का संगठितरूप से विरोध करना चाहिए । हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने यह आवाहन किया । २३ फरवरी को यहां के बालाजी मंदिर में परिसर के व्यावसायियों के लिए इस व्याख्यान का आयोजन किया गया था । इस अवसरपर कपडा, किराणा दुकानदार, सोने-चांदी के व्यापारी, खाटिक समुदाय और हिन्दुत्वनिष्ठोंसहित ६० से भी अधिक नागरिक उपस्थित थे ।
विशेषतापूर्ण
व्याख्यान के पश्चात कुछ लसोगों ने इस विषय को सरकारतक पहुंचाने हेतु प्रशासन को ज्ञापन प्रस्तुत करना सुनिश्चित किया, साथ ही सामूहिक स्तरपर महिलाएं गैरमुसलमान व्यावसायियों से ही चुडियां पहनें और हिन्दू लोग हिन्दू व्यावसायियों से ही वस्तुओं का क्रय करें; इसके लिए उद्बोधन करना सुनिश्चित किया गया । भोसरी के शिवयोगी सभागृह में २२ फरवरी को उक्त विषयपर व्याख्यान का आयोजन कर वहां के व्यावसायियों में जनजागृति की गई ।