जलगांव
प्रभु श्रीरामजी की जलगांव नगरी में संपन्न हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में गूंज उठा हिन्दू राष्ट्र का उद्घोष !
७ सहस्र धर्मप्रेमियों का हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु संगठितरूप से प्रयास करने का निश्चय !
अभिवादन करके नरसिंघे से । हिन्दूतेज जाग उठा इन सूरों से ॥
हिन्दूमनों को मिले चेतना क्षात्रतेज की । मान्यवर वक्ताओं के आगमन के समय ॥
जलगांव : ग्रामदेवता प्रभु श्रीरामजी के प्रति अपार श्रद्धा रखनेवाले जलगांववासियों ने यहां के शिवतीर्थ प्रांगण में आदर्श हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु संगठितरूप से प्रयास करने का निश्चय किया । जयतु जयतु हिन्दूराष्ट्रम् जयघोष में १ मार्च को हिन्दू राष्ट्र सभा में एकत्रित हिन्दुओं ने एकत्रितरूप से हिन्दू राष्ट्र स्थापना की शपथ ली । इस सभा में ७ सहस्र हिन्दुओं ने उपस्थित होकर समस्त हिन्दू समाज में हिन्दू राष्ट्र का विचार प्रसृत करने का निश्चय किया । वीरश्री उत्पन्न करनेवाले शंखनाद से सभा का आरंभ हुआ । उसके पश्चात व्यासपीठपर उपस्थित मान्यवरों ने दीपप्रज्वलन किया । वेदमूर्ति श्री. पुरुषोत्तम शुक्ल, वेदमूर्ति श्री. भूषण मुळ्ये, वेदमूर्ति श्री. महेंद्र जोशी, वेदमूर्ति श्री. देवेंद्र साखरे एवं वेदमूर्ति श्री. निखिल पोेहनकर ने वेदमंत्र का परायण किया । तत्पश्चात श्रीमती क्षिप्रा जुवेकर ने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की जानकारी दी । कु. रागेश्री देशपांडे ने सभा का सूत्रसंचालन किया और सभा के अंत में उपस्थित धर्मप्रेमियों ने हिन्दू राष्ट्र स्थापना की शपथ ली ।
कर के वंदन हिन्दवी स्वराज्य संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज का ।
संत और हिन्दुत्वनिष्ठों के हृदय से हिन्दूहित का निश्चय प्रकटा ॥
व्यासपीठपर स्थित हिन्दवी स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को माल्यार्पण कर मान्यवरों ने हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु कार्य के लिए उनके आशीर्वाद लिए ।
देहली के दंगे में मारे गए हिन्दू भाईयों को दी गई श्रद्धांजली !
देहली के दंगों में मारे गए निर्दोष हिन्दू भाईयों को सद्गति प्राप्त होने हेतु सभा में उपस्थित सभी ने उन्हें श्रद्धांजली दी । इस समय हिन्दू संस्कृति के अनुसार श्री गुरुदेव दत्त नामजप कर उन्हें सद्गति प्राप्त हो; इसके लिए प्रार्थना की गई ।
धर्मप्रेमियों की क्रियाशीलता
- बैठकें आयोजित कर धर्मप्रेमियों द्वारा स्वयंस्फूर्ति से प्रचार !
- धर्मशिक्षावर्ग की महिलाओं का भी प्रचार में सक्रिय सहभाग
- धर्मप्रेमी ऑटोवालों द्वारा वॉट्स एप समूह बनाकर किया गया सभा का प्रचार
- धर्मप्रेमियों द्वारा अपने गांव के साथ ही परिसर के अन्य गांवों में भी दायित्व लेकर किया गया सभा का प्रचार
- धर्मप्रेमियों ने स्वयं पोस्ट बनाकर सामाजिक प्रसारमाध्यमों में किया सभा का प्रचार
- धर्मप्रेमियों ने सभा के लिए स्वयंस्फूर्ति से दिया अर्पण !
उत्स्फूर्तता से घोषणाएं करते हुए उपस्थित धर्मप्रेमी
न्याय, समानता और भाईचारे की शिक्षा देनेवाला हिन्दू राष्ट्र ही सर्वकल्याणकारी होगा ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
रामराज्य में किसी के साथ भी अन्याय नहीं होता था । छत्रपति शिवाजी महाराज ने भी इसी प्रकार के हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना की । अब इसी संकल्पनापर आधारित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होनेवाली है । इसलिए किसी को हिन्दू राष्ट्र का विरोध करने का कोई कारण नहीं है । जर्मनी, इटली, इंग्लैंड, फ्रान्स आदि ईसाई राष्ट्रों में, साथ ही सौदी अरेबिया, ओमान, तुर्कस्थान आदि मुसलमान राष्ट्रों में यदि हिन्दू जाकर काम कर सकते हैं, तो भारत हिन्दू राष्ट्र बनने के पश्चात अन्य धर्मी यहां क्यों नहीं रह सकेंगे ? वसुधैव कुटम्बकम् हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना है; परंतु धर्मनिरपेक्षतावादियों ने हिन्दू राष्ट्र के प्रति व्यर्थ भय उत्पन्न किया है । न्याय, समानता और भाईचारे की शिक्षा देनेवाला हिन्दू राष्ट्र ही सर्वकल्याणकारी होगा ।
गोमाता, मंदिर और धर्मशास्त्रों की रक्षा हेतु छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शोंपर चलें ! – सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था
केवल हिन्दू संस्कृति की रक्षा करना इतना ही संकीर्ण लक्ष्य न रखकर हमारे पूर्वजों ने कृण्वन्तो विश्वम् आर्यम् अर्थात हम अखिल विश्व को ही सुसंस्कृत बनाएंगेकी घोषणा की थी । हम सभी इस घोषणा को सार्थ बनाने के अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे । इसके लिए धर्माचरण और साधना करना आवश्यक है । धनुर्धारी अर्जुन का प्रत्येक बाण लक्ष्यवेध करता था; क्योंकि वे निरंतर श्रीकृष्णजी का नामजप करते थे । नामजप के कारण ही धर्मरक्षा के कार्य हेतु हमें आत्मबल मिलनेवाला है । छत्रपति शिवाजी महाराज भवानीमाता के उपासक थे । ईश्वरीय अधिष्ठान, समर्थ रामदासस्वामी एवं संत तुकाराम महाराज के आशीर्वाद के कारण ही छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना की । अतः सभी गोमाता, मंदिर और धर्मशास्त्र की रक्षा हेतु छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शोंपर चलें ।
देश में चल रहा गृहयुद्ध भारत को दुर्बल बनाने का योजनाबद्ध षड्यंत्र ! – ईश्वरप्रसाद खंडेलवाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, लष्कर-ए-हिन्द
वर्तमान स्थिति में देश में चल रहा गृहयुद्ध कोई सामान्य घटना नहीं है, अपितु विदेशी शक्तियों द्वारा प्राप्त धन के बलपर राष्ट्रविरोधी शक्तियों का भारत को दुर्बल बनाने का यह योजनाबद्ध षड्यंत्र है । आज देहली में जो स्थिति है, वह यहां उत्पन्न नहीं होगी, ऐसा हमें समझकर नहीं चलना चाहिए । हम सभी को सतर्क रहना पडेगा । राष्ट्रविरोधी संगठन पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के विविध बैंकखातों में १२८ करोड रुपए का चंदा जमा होने की जानकारी प्राप्त हुई है । इतना पैसा कहां से आया ? इन लोगों का उद्देश्य केवल देहली में ही नहीं, अपितु भारत के अन्य राज्यों में अशांति फैलाने का षड्यंत्र है । अतः बहुसंख्यक हिन्दू समाजपर स्वयं की रक्षा के साथ ही राष्ट्ररक्षा का भी दायित्व है । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना ही इन सभी समस्याओं का एकमात्र समाधान है । इसके लिए हमें हिन्दू राष्ट्र स्थापना के आंदोलन को गति प्रदान करनी चाहिए, तभी जाकर भारत में सभी लोग शांति से रह सकेंगे और भारत विश्वगुरु बन सकेगा । भारत की सनातन वैदिक संस्कृति में ही यह शक्ति है ।
संविधान बचाव रैली निकालनेवालों को संविधान में विद्यमान समान नागरिकता कानून क्यों स्वीकार्य नहीं है ? – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद
इस्लामी और वामपंथी राज्यप्रणाली विश्व में कहींपर भी सुराज्य नहीं ला सकी है । पाश्चात्त्य देशों में परिवारव्यवस्था नष्ट हुई है । वहां मां अथवा पिता इनमें से कोई एक ही अभिभावक होनेवाले २५ लाख बच्चे हैं । क्या आपको ऐसी व्यवस्था चाहिए ? ये सभी व्यवस्थाएं यदि असफल प्रमाणित हुई हों, तो हिन्दू राष्ट्र की क्यों न स्थापना करें ? संविधान में अभीतक १०४ बार संशोधन किया गया है, तो एक बदलाव और कर भारत को हिन्दू राष्ट्र क्यों नहीं घोषित करना चाहिए ? डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने संविधान में धर्मनिरपेक्ष शब्द नहीं होना चाहिए ऐसा स्पष्टतापूर्वक कहा था । बताया था । आपातकाल के समय में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संविधान में धर्मनिरपेक्षता शब्द घुसा दिया, तो संविधान बचाव बोलनेवाले क्या इंदिरा गांधी की आलोचना करेंगे ? संविधान में समान नागरिकता विधि का उल्लेख है । धारा ५० में गायों के संवर्धन की बात कही गई है । संविधान बचाव का आक्रोश करनेवाले इन सूत्रोंपर ध्यान नहीं देते । संविधान को केवल अपनी सुविधा के अनुसार लेना और रैलियां निकालकर हिन्दुत्वनिष्ठों को संविधानविरोधी दिखाना, यही केवल उनकी नीति है ।
स्वरक्षा प्रदर्शन देखकर धर्मप्रेमियों द्वारा स्वरक्षा प्रशिक्षणवर्ग की मांग
स्वरक्षा प्रदर्शन प्रस्तुत करते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता
समाज में महिलाओं के साथ बढते हुए अत्याचार की घटनाओं को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को स्वरक्षा करना संभव हो; इसके लिए समिति के कार्यकर्ताओं ने स्वरक्षा प्रदर्शन प्रस्तुत किए । इन प्रदर्शनों को देखकर सभा में उपस्थित धर्मप्रेमियों ने अपने क्षेत्रों में स्वरक्षा प्रशिक्षणवर्गों का आरंभ करने की मांग की ।
सातारा
धर्मांधों को करारा जवाब देने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही आवश्यक ! – महेंद्र निकम, हिन्दू जनजागृति समिति
सातारा (महाराष्ट्र) : नागरिकता संशोधन अधिनियम के संदर्भ में आजकल देश में राजनीति चल रही है । धर्मांध मुसलमान इस अधिनियम के विरुद्ध सडकपर उतरकर आगजनी और दंगें कर रहे हैं । जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारतविरोधी नारेबाजी की जा रही है । हिन्दुओं के मंदिरों का सरकारीकरण कर अल्पसंख्यकों को सुविधाएं दी जा रही हैं । शाहीन बाग में चल रहे आंदोलन का परिणाम संपूर्ण देश में दिखाई दे रहा है । इन धर्मांधों को करारा जवाब देना हो, तो उसके लिए हिन्दू राष्ट्र ही आवश्यक है । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. महेंद्र निकम ने ऐसा प्रतिपादित किया । १ मार्च को नागेवाडी (जनपद सातारा) के श्री वीर गणेश मंदिर परिसर में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसरपर व्यासपीठपर सनातन संस्था की श्रीमती रूपा महाडिक उपस्थित थीं । इस समय मान्यवरों के हस्तों छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को माल्यार्पण कर सभा का आरंभ किया गया । इस सभा में नागेवाडीसहित परिसर के १०० से भी अधिक धर्मप्रेमी उपस्थित थे । इस सभा में श्रीमती रूपा महाडिक ने आत्मबल बढाने हेतु साधना की आवश्यकता विशद की ।
राजापुर एवं पळाशी (जनपद नंदुरबार, महाराष्ट्र)
नंदुरबार : हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से पळाशी के श्रीराम चौकपर, तो राजापुर में श्री रामदेव बाबा मंदिर में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाओं का आयोजन किया गया । इन सभाओं में सनातन संस्था की श्रीमती निवेदिता जोशी, हिन्दू जनजागृति समिति के डॉ. नरेंद्र पाटिल एवं डॉ. सतीश बागुल ने मार्गदर्शन किया । इन सभाओं का आरंभ शंखनाद कर किया गया । इस अव सरपर ह.भ.प. रवींद्र पाठक महाराज की वंदनीय उपस्थिति थी । पळाशी में सरपंच प्रल्हाद पटेल, तो राजापुर में श्री रामदेवबाबा मंदिर के अध्यक्ष श्री. गोरखभाई पटेल के हस्तों दीपप्रज्वलन किया गया । व्यासपीठपर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को माल्यार्पण किया गया ।
श्रीमती निवेदिता जोशी ने ‘जीवन में साधना का महत्त्व’ विषयपर, डॉ. सतीश बागुल ने ‘पाश्चात्त्य संस्कृति के आचरण से होनेवाली हानि तथा हिन्दू संस्कृति के अनुसार आचरण करने से मिलनेवाले लाभ’ विषयपर, तो हिन्दू जनजागृति समिति के डॉ. नरेंद्र पाटिल ने ‘हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ विषयपर मार्गदर्शन किया ।
जत (जि. सांगली)
धर्मकार्य हेतु सप्ताह में एक बार एकत्रित होने का युवकों का निश्चय !
जत (जनपद सांगली, महाराष्ट्र) की हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में १०० धर्मप्रेमी उपस्थित
जत की हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में धर्मप्रेमियों का मार्गदर्शन करते हुए श्री. संतोष देसाई
जत : बसवराज मंदिर में ८ मार्च को आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में १०० धर्मप्रेमी उपस्थित थे । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. संतोष देसाई ने सभा को संबोधित किया । सभा का सूत्रसंचालन श्रीमती विनया चव्हाण ने किया । सभा के पश्चात कुछ युवकों ने सभा के वक्ताआें के साथ एक घंटेतक चर्चा की । इस समय युवकों ने धर्मकार्य हेतु सप्ताह में एक बार एकत्रित होने का निश्चय व्यक्त किया, साथ ही हलाल की मुद्रा अंकित उत्पादों का बहिष्कार करने के साथ ही इसके प्रति समाज में जागृति लाने हेतु प्रधानता लेने की बात कही ।
खामगांव (जनपद सोलापुर, महाराष्ट्र)
खामगांव : यहां के श्री विठ्ठल मंदिर के प्रांगण में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा का आयोजन किया गया था । इस सभा में उपस्थित धर्मप्रेमियों को संबोधित करते हुए हिन्दू जनजागृति समितिप्रणीत रणरागिनी शाखा की श्रीमती अलका व्हनमारे ने कहा कि आजकल राष्ट्र और धर्म संकट में हैं । आज प्रति १५ मिनट पश्चात एक महिला के साथ बलात्कार हो रहा है । गोमाता की खुलेआम हत्या हो रही है । अब तो हिन्दुओं को जागना चाहिए और हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु अपनी क्षमता के अनुसार योगदान देना चाहिए । हम आनेवाले गुढी पडवा के दिन सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देंगे । इस सभा में १८० महिला और पुरुष उपस्थित थे ।
क्षणिकाएं
१. इस सभा में महिलाओं की उपस्थिति लक्षणीय थी ।
२. सभा में उपस्थित ग्रामवासियों ने प्रतिसप्ताह धर्मशिक्षावर्ग आरंभ करने की मांग की ।
हिंदुओं को समान न्याय देनेवाला हिंदू राष्ट्र चाहिए ! – कु. प्रतीक्षा कोरगावकर, हिंदू जनजागृति समिति
नगर – अल्पसंख्यकों के विरुद्ध कुछ भी हुआ तो उनके लिए अल्पसंख्यक आयोग रहता है । उनके विकास के लिए स्वतंत्र ‘अल्पसंख्यक विकास मंत्रालय’ भी है; किंतु बहुसंख्यक हिंदुओं को राजकीय संरक्षण न होने के कारण उनके लिए न तो बहुसंख्यक आयोग है न बहुसंख्यक विकास मंत्रालय । इसलिए हिंदुओं को सामान न्याय देनेवाला हिंदू राष्ट्र चाहिए, ऐसा प्रतिपादन कु. प्रतीक्षा कोरगावकर ने किया । वे हिंदू जनजागृति समिति की ओर से विठ्ठल मंदिर, पंचवटी क्षेत्र में हुए हिंदू राष्ट्र-जागृति सभा में बोल रही थी । इस समय सनातन संस्था के श्री. रामेश्वर भुकन ने भी मार्गदर्शन किया । सभा को ८० से अधिक धर्मप्रेमी उपस्थित थे । इस सभा को ह.भ.प. ज्ञानेश्वर माऊली महाराज शिंदे यांची वंदनीय उपस्थिती लाभली होती.