हिन्दू जनजागृति समितिके निवेदनपर आश्वासक उत्तर !
मुम्बई – केन्द्रशासनकी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद् (एन्.सी.ई.आर.टी.)के ७ वीं, १० वीं तथा १२ वीं कक्षाके पाठ्यक्रममें विद्यार्थियोंको असत्य बातें पढाना, राष्ट्रपुरुष एवं स्वतन्त्रता सेनानियोंका अनादर करना, भारतीय संस्कृतिके विषयमें असत्य जानकारी देकर विद्यार्थियोंको भ्रमित करना, ऐसे दुष्कृत्योंसे राष्ट्रप्रेमी सन्तप्त हैं । इन पुस्तकोंमें छत्रपति शिवाजी महाराजका इतिहास केवल ६ पंक्तियोंमें, तो आक्रान्ता मुगलोंका इतिहास ६० पृष्ठोंमें छपा है । इन पुस्तकोंको तुरन्त हटाया जाए, यह मांग हिन्दू जनजागृति समितिने राज्यके पर्यावरणमन्त्री श्री. रामदास कदमसे हाल ही में मिलकर की है । उन्होंने मुख्यमन्त्री तथा शिक्षामन्त्रीको पत्र लिखकर छत्रपति शिवाजी महाराजका सम्पूर्ण इतिहास पढानेकी मांग की है । उनसे मिलनेवाले शिष्टमण्डलमें भाजपाके कल्याणके विधायक श्री. नरेन्द्र पवार, हिन्दू जनजागृति समितिके महाराष्ट्र राज्य संघटक श्री. सुनील घनवट, समितिके विदर्भ क्षेत्रके संयोजक श्री. श्रीकान्त पिसोळकर उपस्थित थे ।
जबतक छत्रपति शिवाजी महाराज तथा अन्य राष्ट्रपुरुषोंका सत्य इतिहास नहीं पढाया जाता, तबतक समितिका संघर्ष जारी रहेगा, यह बात भी समितिने उनसे कही है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात