कोरोना जैसे वैश्विक गंभीर समस्या की बैठक में भी धूर्त पाकिस्तान कश्मीर का मुद्दा उठाया, यह पाकिस्तान की नीति को देखते हुए भारत ने अब पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए, ऐसी जनता की अपेक्षा है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
नई दिल्ली – कोरोना वायरस पर सार्क देशों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चर्चा कर रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तान ने कोरोना की बैठक में नापाक हरकत करते हुए कश्मीर का मुद्दा उठा दिया है। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि, कश्मीर में कोरोना से बचने के लिए सभी तरह के प्रतिबंध हटाए जाने चाहिए ।
#WATCH live from Delhi: PM Modi leads India at the video conference of all SAARC member countries, over #COVID19. https://t.co/zi14G2pX7e
— ANI (@ANI) March 15, 2020
प्रधानमंत्री ने सार्क देश के नेताओं के साथ चर्चा करके सभी देशों को एक साथ आने के लिए कहा है। पीएम ने कहा कि सार्क देशों में 150 से अधिक कोरोना के केस सामने आए हैं। बता दें, WHO ने कोरोना को महामारी घोषित किया है। बता दे भारत ने कोरोना के मध्ये नजर 1400 से अधिक भारतीयों को दुनियाभर से लाया गया है।
पाकिस्तान का ढुलमुल रवैया
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने ‘अशिष्ट’ बनने का चयन किया और वीडियो कान्फ्रेंस का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने स्वास्थ्य विषयों (पाकिस्तान के) पर प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार एवं संबद्ध विभाग के मंत्री जफर मिर्जा को भेजा, जो बोलने के दौरान सहज नहीं थे। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा मामले को उठाना मानवीय मुद्दे से निपटने में उसके ‘ढुलमुल रवैये’ को दिखाता है। एक सरकारी सूत्र ने कहा, ‘मुद्दे को उठाना अवांछित था और संदर्भ से परे था। पाकिस्तान ने एक मानवीय मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास किया।’
भारत ने दिखाई सहृदयता
सूत्रों ने कहा कि भारत वीडियो कान्फ्रेंस से पाकिस्तान को अलग रख सकता था लेकिन यह एक मानवीय मुद्दा था, इसलिए इस पड़ोसी देश को आमंत्रित किया गया। सूत्र ने कहा, ‘प्रत्येक नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान का जवाब दिया लेकिन पाकिस्तान ने अपने स्वास्थ्य मंत्री को भेजने का चयन किया, जो उसमें गंभीरता की कमी को दर्शाता है।’ सूत्रों ने कहा कि यहां तक कि नेपाल के प्रधानमंत्री के। पी शर्मा ओली ऐसे दिन इसमें शामिल हुए जब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी लेकिन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने इससे दूर रहने का फैसला किया।
स्त्रोत : नवोदय टाइम्स