वाशिंगटन – अमेरिका के अलबामा में विद्यालयो में योग पढाए जाने पर 27 सालों से लगा प्रतिबंध हटने के अगले ही दिन हार्वर्ड वैद्यकीय विद्यालय ने कोरोना वायरस से निपटने में भी योग और ध्यान को मददगार बताया है। अमेरिका ने प्रमुख वैद्यकीय इंस्टीट्यूट में से एक हार्वर्ड ने एक बयान जारी का कहा है कि, कोरोना वायरस से जुड़ी व्यग्रता और बेचैनी से निपटने के लिए योग और ध्यान करने के साथ-साथ सांस पर नियंत्रण रखना चाहिए।
US: Harvard Medical School recommends yoga, meditation to deal with #coronavirus anxiety. #COVID19 https://t.co/lfDzvUxmLG
— All India Radio News (@airnewsalerts) March 16, 2020
हार्वर्ड वैद्यकीय विद्यालय ने अमेरिका में कोरोना के बढते मामलों के बाद रविवार को एक नई हेल्थ गाइडलाइन जारी की जिसमें कोरोना पीड़ितों को बेचैनी होने पर योग और ध्यान की सलाह दी गई है। इसके अनुसार ये सभी शांत होने के सही एवं आजमाए हुए तरीके हैं और बेचैनी होने पर इन्हें अमल में लाया जाना चाहिए। इस संबंध में हार्वर्ड वैद्यकीय विद्यालय ने जर्नल में भी एक एक लेख प्रकाशित हुआ है जिसमें योग और ध्यान का ज़िक्र किया गया है।
नियमित ध्यान करने की सलाह
हार्वर्ड वैद्यकीय विद्यालय के फैकल्टी एवं यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के डेविड गेफेन विद्यालय ऑफ मेडिसिन के बोर्ड प्रमाणित मनोरोग चिकित्सक जॉन शार्प के अनुसार नियमित ध्यान बहुत राहत देने वाला है। अगर आप योग नहीं करते हैं? जब तक मन करें तब तक कोशिश न करें। कई बार कुछ नयी चीजें करना और नयी गतिविधियों का पता लगा कर आप लाभ ले सकते हैं। योग स्टूडियो और पॉकेट योग जैसे ऐप पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वायरस को लेकर बुरी ही खबरें आएंगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बात सुनें जो उन्हें सही रास्ता दिखा सकते हैं।
स्त्रोत : न्यूज १८