अलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं के लिए हिन्दू विधीज्ञ परिषद की ओर से कार्यशाला
प्रयागराज (उत्तरप्रदेश) – अधिवक्ता यह समाज का महत्त्वपूर्ण वर्ग है । किसी समस्या का निराकरण करने की क्षमता समाज के सामान्य व्यक्ती की अपेक्षा अधिवक्ताओं में अधिक रहती है, क्योंकि अधिवक्ताओं को केवल समस्या का ही नही, तो संविधान का भी ज्ञान होता है । इसकारण वे प्रभावीरूप से सामना कर सकते है एवं सफलता भी प्राप्त कर सकते है । हिंदू विधीज्ञ परिषदद्वारा आरटीआय का उपयोग कर समाज के दुष्प्रवृत्तींयों के विरोध में आवाज उठाया है । आप भी सामाजिक तथा लोकतंत्र मे हो रही दुष्प्रवृत्तींयों के विरोध में अधिवक्ता के तौर पर वैधानिक मार्ग से संघर्ष कर सकते है । हिंदू राष्ट्र की स्थापना में यह आपका बडा योगदान होगा, ऐसा मार्गदर्शन हिंदु विधीज्ञ परिषद के संघटक अधिवक्ता नीलेश सांगोलकर ने किया । वे अधिवक्ता कार्यशाला में बोल रहे थे । इस समय हिंदू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक पू. नीलेश सिंगबाळ तथा सनातन संस्थेचे राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस भी उपस्थित थे । इस समय हलाल अर्थव्यवस्था के संकट के विषय में भी अधिवक्ताओ में जागृति की गई ।