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लॉकडाउन : कन्नौज की जामा मस्जिद में जुटे नमाजियों को हटाने गई पुलिस पर जिहादियोंद्वारा आक्रमण, कई घायल

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में जुमे की नमाज अता करने के लिए जुटी भीड़ को हटाने गई पुलिस पर पत्थरबाजी हुई है। इस घटना में कई पुलिस वाले गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। लॉकडाउन के बावजूद जुमे की नमाज के लिए शहर की जामा मस्जिद में नमाजियों की भीड़ जमा हो गई थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस की टीम पर नामाजियों ने हमला कर दिया। स्थिति को बिगड़ता देख जान बचाकर पुलिसकर्मी वहां से भाग निकले। इस घटना की जानकारी जब पुलिस महकमे के आला अधिकारियों को मिली तो वे भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन तबतक नमाजी मस्जिद से भाग निकले थे।

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है। इसके साथ ही सारे धार्मिक स्थल बंद हैं। सरकार लोगों से लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रही है। कोरोना से बचाव का इसे सबसे कारगर उपायों में से एक माना जा रहा है। इसके बाद भी जुमे की नमाज अता करने के लिए कन्नौज की जामा मस्जिद में भीड़ इकट्ठा हो गई। यूपी सरकार ने पुलिस को साफ निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाए। इसी के तहत पुलिस नमाजियों को हटाने पहुंची थी लेकिन लोगों ने पुलिस टीम पर ही हमला कर दिया।

पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पर हमला करने वालों की हम पहचान कर रहे हैं और जल्द ही गिरफ्तार करेंगे। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस तरह के बर्ताव को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मुजफ्फरनगर में भी हुआ था पुलिस टीम पर हमला

इससे पहले बुधवार शाम को मुजफ्फरनगर में लॉकडाउन का पालन कराने पहुंची पुलिस की टीम पर भी हमला हुआ था। हमले में महिलाएं भी शामिल रही। इस संबंध में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोगों ने पुलिस दल पर उस वक्त हमला कर दिया, जब वे लॉकडाउन का पालन करने का निर्देश दे रहे थे।’ इस हमले में एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल घायल हो गए थे।

वहीं, सहारनपुर के गांव जमालपुर में नमाज पढ़ने को लेकर मस्जिद के बाहर इकट्ठा भीड़ को हटाने और छह लोगों को हिरासत में लेने पर लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। भीड़ ने लाठी-डंडों से हमला कर पकड़े गए लोगों को छुड़वा लिया। इस दौरान दो सिपाही भी चोटिल हो गए। पुलिस ने पांच महिलाओं सहित 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

अलीगढ में सामूहिक नमाज रुकवाने पहुंची पुलिस पर पथराव, रात के वक्त मस्जिद में जुटे थे लोग

उत्तर प्रदेश के अलीगढ में सामूहिक नमाज रुकवाने पहुंची पुलिस पर पथराव की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार गुरुवार रात शहर के सराय रहमान स्थित गड्डा मस्जिद में नमाज पढने के लिए लोग जुटे थे। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची तो इनलोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस मामले में अलीगढ पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।

अलीगढ पुलिस को गुरुवार देर शाम को सूचना मिली कि बन्ना देवी थाना क्षेत्र के रघुवीरपुरी पुलिस चौकी के नजदीक तकिया मोहल्ले की एक मस्जिद में कुछ लोग सामूहिक रूप से नमाज पढने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं। मौके पर पहुंच पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की। उनसे मस्जिद में इकट्ठा नहीं होने और अपने घरों में नमाज पढने को कहा। इसको लेकर स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच नोंकझोंक हो गई।

इसी बीच किसी ने अफवाह फैला दी कि पुलिस मौलवी को पीटते हुए थाने ले जा रही है। इस अफवाह के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस से मारपीट शुरू कर दी और छतों से पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। माहौल बिगड़ता देख पुलिस को जान-बचाकर भागना पड़ा। इसके बाद कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही सीओ पंकज श्रीवास्तव पूरे दल-बल और कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद उपद्रवी घरों में जाकर छिप गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर मौलवी समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। फ्लैगमार्च के बाद इलाके में फोर्स तैनात कर दिया गया है।

सीओ पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि लोग नमाज पढने के लिए मस्जिद में इकट्ठा हुए थे। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो वे पथराव करने लगे। उन्होंने लोगों से लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील करते हुए कहा है कि इसका उल्लंघन करने पर सख्त कानून कार्रवाई की जाएगी।

स्त्रोत : OpIndia


१ अप्रैल २०२०

बिहार : मधुबनी के मस्जिद में जांच करने गई पुलिस टीम पर जिहादियों की भीड द्वारा आक्रमण, गोलिबारी तथा पथराव

संपूर्ण देश कोरोना की चपेट में आने के बाद मंदिर तुरंत बंद कर दिए गए और हिन्दू भी इसका पालन कर रहे है किंतु मस्जिद में इकट्ठा होने की घटनाएं शुरु ही है । सरकार के आदेश का पालन न करना यह कानून का उल्लंघन नहीं तो क्या है ?, उपर से पुलिस पर ्आक्रमण कर जिहादियों ने अपना असली चेहरा दिखा ही दिया है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति

बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर अनुमंडल के अंधराठाढी प्रखंड के गीदडगंज गांव की मस्जिद में मंगलवार शाम सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर धर्मांध लोगों ने आक्रमण कर दिया। आक्रमणकारीयों ने बवाल करते पथराव शुरू कर दिया जिससे अंचल अधिकारी सहित अन्य कर्मी जख्मी हो गए। इस दौरान ग्रामीणों की ओर से गोलिबारी भी की गई।

बवाल बढते देख बीडीओ व थानाध्यक्ष किसी तरह जान बचाकर वहां से निकले। जिहादियों ने प्रशासन की एक गाडी को क्षतिग्रस्त कर तालाब में गिरा दिया। इस दौरान अंधराठाढ़ी थाना से लेकर गीदड़गंज तक अफरा-तफरी का माहौल है। एसपी डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि थानाध्यक्ष को मस्जिद में भीड़ और बाहरी लोगों के होने की सूचना मिली थी। इसपर जब पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम पहुंची तो ग्रामीणों के एक गुट ने अचानक आक्रमण बोल दिया। आक्रमणवरों पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की कार्रवाई होगी। वहीं झंझारपुर एसडीपीओ ने ग्रामीणों द्वारा गोली चलाने की पुष्टि की।

जानकारी के अनुसार पुलिस को मस्जिद में जमात में कई लोगों के शामिल होने की सूचना मिली थी। विदेश की यात्रा से लौटे लोगों के भी जमात में शामिल होने की भी सूचना थी। अंधराठाढ़ी बीडीओ राजेश्वर राम, सीओ विष्णुदेव सिंह व थानाध्यक्ष अमृत लाल वर्मण दल बल के साथ शाम करीब साढ़े छह बजे गीदड़गंज गांव स्थित मस्जिद पहुंचे। भीड़ देख पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाने को कहा। आदेश मानने से इनकार करने पर जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो लोगों ने आक्रमण कर दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई शुरू की तो छतों से पत्थरबाजी शुरू हो गई। हालात बेकाबू हो गया। हमले में सीओ जख्मी हो गए। अन्य कर्मियों को चोटें आयीं। एसपी ने आक्रमणवरों पर संक्रमण रोकने के प्रयास को विफल करने का आरोप भी बताया है।

स्त्रोता : लाइव हिन्दुस्थान

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