बैठकमें हिन्दू जनजागृति समितिका सहभाग
बाएसे अतिरिक्त सचिव बी.के. प्रसाद को निवेदन देते हु्ए श्री. चंद्रप्रकाश एवं श्री. सुधिंदु मोहन तालुकदार
नई देहली – पाकिस्तानसे भारत आए हिन्दुओंको विसा मिलनेमें आनेवाली अडचनोंको जानने हेतु केन्द्रीय गृहमन्त्रालयद्वारा एक बैठकका आयोजन किया गया था । इस समय बोलते हुए गृहमन्त्रालयके अतिरिक्त सचिव बी.के. प्रसादने प्रतिपादित किया कि केन्द्रशासन पाकिस्तानसे भारत आए नागरिकोंको दीर्घकालीन विसा एवं भारतकी नागरिकता मिलनेकी पद्धति शीघ्रतासे हो, इस हेतु सक्रिय है एवं इस सम्बन्धमें लोगोंको आनेवाली अडचनोंका शीघ्र ही निवारण किया जाएगा । गृह मन्त्रालयद्वारा इस बैठकमें विसाके सम्बन्धित क्षेत्रमें कार्य करनेवाले अनेक संगठनोंके साथ हिन्दू जनजागृति समितिको भी आमन्त्रित किया गया था ।
इस बैठकमें उपस्थित लोगोंने विसाके सम्बन्धमें आनेवाली अडचनें प्रस्तुत कीं एवं बी.के. प्रसाद तथा गृहमन्त्रालयके संयुक्त सचिव गोपालकृष्णन् द्विवेदीने गृहमन्त्रालयद्वारा विसाके विषयमें प्रश्नोंको हल करने हेतु लिए गए निर्णय उपाqस्थत लोगोंको बताए । इस अवसरपर हिन्दू जनजागृति समितिकी श्रीमती सन्दीप कौर मुंजालने केन्द्रशासनसे विसाके सम्बन्धमें एक ठोस नीति निश्चित करनेका सुझाव दिया । इसके साथ ही समितिकी ओरसे कुछ अन्य मांगें भी की गर्इं ।
समितिद्वारा की गई मांगें –
१. पाकिस्तानसे भारतमें शरण आए लोगोंको ४८ घण्टोंके अन्दर विसा उपलब्ध करें ।
२. धार्मिक कारणोंसे भारत लौटनेवाले अल्पसंख्यकोंको विशेष सुविधाएं उपलब्ध करें ।
३. विसा देनेके पश्चात कुछ दिनोंमें ही नागरिकता दी जाए, साथमें निवास, आरक्षण एवं अन्य सुविधाएं दी जाएं ।
४. पर्यटनके नामपर धर्मपरिवर्तनके उद्देश्यसे विदेशसे भारत आनेवाली मिशनरियोंपर प्रतिबन्ध लानेकी दृष्टिसे नियम बनाए जाएं ।
५. भारतके घुसपैठियोंको भारतसे बाहर निकालने हेतु विशेष न्यायव्यवस्था सिद्ध करें ।
इस बैठकमें हथिसगढ सिन्धी साहित्य संस्थानके अध्यक्ष श्री. मुरलीधर मखिजा, सारा आसाम बंगाली जातीय परिषदके श्री. सुधिन्दू मोहन तालुकदार, हिन्दू जनजागृति समितिकी श्रीमती सन्दीप कौर मुंजाल एवं श्री. चन्द्रप्रकाश तथा भारतभरमें विसाके सम्बन्धमें कार्य करनेवाले अधिवक्ता तथा संगठनके प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे ।
गृहमन्त्रालयद्वारा बांग्लादेशसे भारत आनेवाले हिन्दुओंका विचार ही नहीं !
इस बैठकमें केवल पाकिस्तानसे आए नागरिकोंका ही विचार किया गया था । पूरी चर्चा केवल पाकिस्तानसे आए लोगोंपर ही की जा रही थी । हिन्दू जनजागृति समितिकी श्रीमती सन्दीप कौर मुंजालने सर्वप्रथम बांग्लादेशसे भारत आनेवाले हिन्दुओंके विेषयका सूत्र सामने रखा । इसपर गृहमन्त्रालयद्वारा कुछ भी उत्तर नहीं दिया गया । गृहमन्त्रालयके अतिरिक्त सचिव बी.के. प्रसादने बैठकके उपरान्त हिन्दू जनजागृति समितिके प्रतिनिधिको अपने कक्षमें आमन्त्रित कर कहा कि बांग्लादेशसे भारत आनेवाले हिन्दुओंका विचार ही नहीं किया गया । भविष्यमें उसका भी विचार करेंगे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात