देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान मुंबई की पी.डी मेल्लो रोड पर बने पुलिस चेकपॉइंट के पास एक बाइक चालक ने पुलिस अधिकारी द्वारा रोके जाने पर उन्हें टक्कर मारकर बुरी तरह जख्मी कर दिया। जानकारी के अनुसार, जब पुलिस के निर्देश के बावजूद चालक नहीं रुका तब पुलिसकर्मी ने युवक की बाइक का हैंडल पकड़कर उसे रोकने की कोशिश की। लेकिन उसने उस वक्त रुकने की जगह स्पीड़ बढ़ा ली और अधिकारी को सड़क पर घसीटते हुए आगे ले गया। गुरुवार को घटी इस घटना में डोंगरी थाने के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर गंभीर रूप से चोटिल हुए। उनके हाथ, पाँव और कंधे में चोट आई। बाद में मौक़े पर तैनात अन्य पुलिसकर्मी ने बाइक चालक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसकी पहचान खजाबी शेख नईम के रूप में हुई।
डोंगरी पुलिस थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर अराफत सिद्दकी ने इस संबंध में बताया, नईम पर भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसपर आरोप है कि उसने ड्यूटी पर तैनात एक सुरक्षाकर्मी को उसका कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने के इरादे से चोट पहुँचाई। उसे हिरासत में लेने के बाद अदालत में पेश किया गया, जहाँ अदालत ने शुक्रवार तक के लिए उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया।
Mumbai lockdown: Speeding biker drags on-duty policeman posted at a checkpoint, one Sheikh Naeem arrestedhttps://t.co/0KPPpwHDgP
— OpIndia.com (@OpIndia_com) April 10, 2020
गौरतलब है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने के अलावा नईम ने चेकप्वाइंट पर तैनात पुलिस टीम के रुकने के आदेश के बावजूद अचानक अपनी बाइक की गति को बढ़ाया और भागने के लिहाज़ से आगे बढ़ने की कोशिश की। मगर, इस दौरान असिस्टेंट इंस्पेक्टर विजेंद्र धुरत उसके बाइक के रियर हैंडल को पकड़ने में कामयाब रहे। इसके बाद आरोपित नईम ने उन्हें करीब 25 फीट दूर तक घसीटा।
मगर, थोड़ी आगे जाकर नईम अपना संतुलन खो बैठा और धुरत के साथ बाइक से गिर गया। बाइक भी दूर जा गिरी। इस वाकये में धुरत के हाथ, पैर और कंधे में चोटें आईं। बाद में उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया और मौक़े पर ड्यूटी पर तैनात अन्य पुलिस कर्मियों द्वारा नईम को गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दें, कोरोना महामारी के बीच सुरक्षाकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले की खबरें आम होती जा रही हैं। कल की यदि बात करें तो महाराष्ट्र के औरंगाबाद में जिलाधिकारी दफ्तर के पास की एक वीडियो वायरल हुई थी। जिसमें 5 लोगों का समूह पुलिस अधिकारियों को परेशान कर रहा था। इसके अलावा 26 मार्च को भी लॉकडाउन के दौरान ताजूद्दीन और कुतुबुद्दीन नाम के 2 युवकों ने बंगलुरू पुलिस को चोट पहुँचाई थी। इसके बाद यूपी, बिहार, झारखंड, इंदौर से ऐसे कई मामले सामने आए।