देश में कोरोना वायरस का कहर अब उन डॉक्टरों, पुलिस अधिकारियों पर भी टूटने लगा है जो रात-दिन अपनी जान जोखिम में डालकर संक्रमण के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। महाराष्ट्र में वह पुलिस अधिकारी कोरोना पॉजीटिव पाया गया है, जिसने तबलीगी जमात से जुड़े 21 विदेशियों को पकड़ा और उन्हें क्वारंटाइन कराया था। राज्य में पुलिस अधिकारी के कोरोना संक्रमित पाए जाने का यह पहला मामला है।
21 विदेशी जमातियों को पकड़ने वाला पुलिस अधिकारी भी हुआ कोरोना पॉजिटिव https://t.co/nSXZbBq8Ok
— 24ghanteonline (@24ghanteonline) April 11, 2020
महाराष्ट्र पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को जाँच ने बाद कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। इस बात की जानकारी जैसे ही पुलिस-प्रशासन को हुई पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। दरअसल कोरोना पॉजीटिव पाए गए पुलिस अधिकारी ने एक अभियान के तहत मस्जिद में छिपे तबलीगी जमात से जुड़े 21 विदेशी नागरिकों को पकड़ा था। फिलहाल कोरोना पीड़ित अधिकारी को महाराष्ट्र के नासिक के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अभियान के दौरान तबलीगी जमात से जुड़े 8 मलेशियाई और 13 बांग्लादेशी जमातियों को पकड़ा गया था। इन्होंने 13 से 15 मार्च के बीच निजामुद्दीन स्थित मरकज में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इन सभी ने पहले तमिलनाडु फिर महाराष्ट्र के मुंब्रा की यात्रा की थी। इसके बाद से ये एक मस्जिद और एक स्कूल में छिपे हुए थे। इनके पकड़े जाने के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने विदेशी नागरिकों के बारे में जानकारी छिपाने के आरोप में मस्जिद और स्कूल संचालकों के खिलाफ में मुकदमा दर्ज किया था।
यहाँ यह भी बताना बेहद जरूरी है कि कई बार अधिकारियों ने मरकज से आए लोगों से सामने आकर जाँच कराने की अपील की थी। इसके बाद भी जमातियों के सामने नहीं आने पर पुलिस ने इनके खिलाफ तलाशी अभियान चलाया था। मुंब्रा में तबलीगी जमात के सदस्यों को पकड़े जाने के बाद से ही पुलिस अधिकारी में कोरोना के लक्षण दिखाई देने लगे थे।