कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जंग में केंद्र सहित सभी राज्य सरकारें युद्ध स्तर पर जुटी हैं। वहीं दूसरी ओर वर्ग विशेष के कुछ लोग जाँच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। कोरोना से लोगों को बचाने में लगे डॉक्टर, नर्स और पुलिस टीम पर हमले की कई घटनाएँ चुकी है। अब उत्तर प्रदेश के बरेली में नर्स पर हमला हुआ है।
यहाँ सर्वे करने गई नर्स को निशाना बनाया गया। नर्स ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। आरोपितों की संख्या 20-25 बताई जा रही है। इससे पहले यूपी के मुरादाबाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला किया गया था।
नर्स का आरोप है कि बरेली के फरीदपुर तहसील के ऊँचा मोहल्ला में वह सर्वे करने गई थी। इस दौरान लोगों ने उसका रजिस्टर और मोबाइल छीन लिया और बदतमीजी की। नर्स ने किसी तरह वहाँ से भागकर जान बचाई।
बरेली में बाहर से आये संदिग्ध लोगों की स्वास्थ जांच को गयी आशा कार्यकर्ताओं पर समुदाय नें हमला करके उनके मोबाइल छीन लिए,भागकर उन्होंने जान बचाई।
नालंदा, मुरादाबाद,टोंक, इंदौर, हल्द्वानी,बंगलोर में ये हमले सामान्य जनता,महिलाओं नें किये।
मानो जमाती पोटेंसिल टेररिस्ट बन चुके हैं।
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) April 18, 2020
जानकारी के मुताबिक, प्रवासी और संदिग्ध लोगों के बारे में सर्वे करने के लिए फतेहगंज पूर्वी के नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एएनएम महादेव और ऊँचा मोहल्ले में गई थी। नर्स के अनुसार कई परिवारों ने अपना नाम और पता बताया, लेकिन कुछ लोग जानकारी देने से इनकार करने लगे।
मोबाइल छीना, रजिस्टर फाड़े और अभद्रता की
नर्स मोहल्ले से बाहर आई तो इमामबाड़ा के पास काफी लोगों ने उसे घेर लिया और तरह-तरह के सवाल करने लगे। आईडी कार्ड की माँग की। आरोप है कि आईडी कार्ड दिखाने के बाद भी भीड़ में शामिल कई लोगों ने उससे रजिस्टर छीन लिया, उसे फाड़ने का प्रयास किया और मोबाइल भी झपट लिया। उनसे अभद्रता करने लगे। इसके बाद वह रजिस्टर और मोबाइल को लेकर किसी तरह अपनी जान बचाकर भागी।
#CoronaWarriors के खिलाफ लगातर बढ़ रही इस तरह की घटनाएं बेहद गंभीर हैं। आए दिन इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। लोगों को समझना होगा कि ये उनके ओर उनके परिवार की सलामती के लिए है। @UPGovt & @Uppolice ऐसे लोगों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। @JagranNews pic.twitter.com/tBA9X0LJMz
— amit singh (@amitsingh121083) April 17, 2020
एएनएम ने उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। फरीदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वासित अली मौके पर पहुँचे। लोगों से जानकारी लेकर रिपोर्ट अफसरों को दी। इसके बाद विभाग की ओर से कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ फरीदपुर थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जाँच में जुटी हुई है। घटना अंजाम देने के संदेह में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने बताया कि सरकारी कर्मचारियों के साथ अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी बदसलूकी करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आशा कार्यकर्ता से अभद्रता के मामले में जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।