पूरे देश में फैले कोरोना के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से दिल दहलाने वाली खबर आई है। यहाँ एक पिता ने आलिम (मुसलमानों में वो जो काले जादू के दम पर सब कुछ ठीक कर देने का भ्रम फैलाता है) के कहने पर अपनी 2 साल की मासूम बेटी की हत्या कर दी। मृतक बच्ची की माँ की शिकायत पर रविवार (अप्रैल 19, 2020) रात इस मामले में केस दर्ज किया गया। अब दोनों आरोपित – बच्ची का पिता और आलिम पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस ने बच्ची के शव को पास के खेतों से बरामद कर लिया है और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भी भेज दिया है।
इलाके के सीओ राम मोहन शर्मा ने बताया कि रविवार को करीब 10 बजे वाजिद ने अपनी 2 वर्षीय बिटिया तरन्नमुम को मौत के घाट उतारा। इस बीच घर के सभी लोग सो रहे थे। इसके बाद उसने बच्ची का गला तेजधार वाले हथियार से काटा और बाद में उसके शव को पास के खेतों में दफना आया।
पुलिस के अनुसार, रात के 11 बजे बच्ची की माँ रेहाना ककरौली पुलिस थाने में बच्ची की हत्या होने की खबर लेकर पहुँची। पुलिस ने फौरन इस संबंध में वाजिद को गिरफ्तार किया और खेत जाकर शव बरामद किया। हालाँकि इस बीच आलिम वहाँ से भागने में सफल रहा। मगर, बाद में उसकी भी गिरफ्तारी हुई।
जानकारी के मुताबिक पूरा मामला खाईखेड़ा गाँव का है। जहाँ के जंगल में ईंट भट्टे का काम करने वाले वाजिद ने आलिम के कहने पर 2 साल की मासूम तरन्नुम को फावड़े से काटकर मार डाला और बाद में उसका शव जाकर गड्ढे में गाड़ आया।
Human sacrifice: Man kills two-year-old daughter in Muzzaffarnagarhttps://t.co/HH5xFn8bxX
— HT Lucknow (@htlucknow) April 20, 2020
बच्ची की माँ रिहाना ने वाजिद के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि वह अपने पति वाजिद व 5 बच्चों के साथ गाँव खाईखेड़ा के जंगल में ईंट पत्थर का काम करती है और वहीं पर वे सब झोपड़ी बनाकर रहते हैं। उसके मुताबिक, रविवार रात जब उसके घर में सभी सोए थे, तब अचानक उसकी बीच रात आँख खुली तो उसे वाजिद व दो साल की बेटी तरन्नुम चारपाई पर नहीं मिले।
काफी देर बाद जब वाजिद घर लौटा तो रेहाना ने उससे बच्ची के बारे में पूछा। इधर-उधर की बातें करने के बाद उसने बताया कि बराबर के भट्ठे पर काम करने वाले आलिम इरफान के कहने पर उसने तरन्नुम की हत्या कर दी है। शव को गड्ढा खोदकर दबा दिया है।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में वाजिद ने पुलिस को बताया कि उसके परिवार में कई महीनों से विवाद चल रहा था। जब उसने इस संबंध में अपने साथ काम करने वाले आलिम इरफान को बताया तो उसने सलाह दी कि सुख शांति बनाने के लिए वह अपनी छोटी बेटी की कुर्बानी दे दे। इससे सब ठीक जाएगा।
मगर, बाद में वाजिद अपने बयान से पलट गया और कहा कि इरफान ने केवल उसे ‘हवन’ कराने की सलाह दी थी। उसने बाद में कहा कि उसने अपनी दो साल की बेटी को इसलिए मारा क्योंकि बेटी को देखकर उसको अपनी पुरानी प्रेमिका की याद आती थी।
यहाँ बता दें कि पुलिस का कहना है कि वाजिद लगातार पूछताछ में अपने बयान बदल रहा है। पुलिस का कहना है कि हो सकता है कि वाजिद के भीतर कोई कुँठा हो। जिसके कारण उसने अपनी बेटी की हत्या की। फिलहाल के लिए पुलिस ने वाजिद और आलिम इरफान के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और लगातार आरोपितों से पूछताछ कर हत्या के पीछे का कारण पता लगाने की कोशिश की जा रही है।