आदि शंकराचार्यजी हिन्दू धर्म के पुनरुत्थान के जनक थे । 28 अप्रैल को आदि शंकराचार्यजी की जयंती है । महाराष्ट्र के पालघर में हिंसक भीड ने 16 अप्रैल की रात्रि में पू. कल्पवृक्ष गिरीजी महाराज और पू. सुशील गिरीजी महाराज नामक दो हिन्दू संतों सहित उनके वाहनचालक की नृंशस हत्या की । ये संत आदि शंकराचार्यजी द्वारा बनाए गए आखाडा परंपरा के थे । संतों के चरणों में श्रद्धांजली अर्पित करने के लिए ‘आदि शंकराचार्य जयंती’ का दिन सर्वाधिक योग्य दिन सिद्ध होगा ।
इस अनुषंग से हिन्दू जनजागृति समिति ने सार्वजनिक आवाहन किया है कि देशभर के सभी हिन्दू इन संतों की चरणों में श्रद्धांजली अर्पित करने के लिए तथा इस क्रूरतम घटना का निषेध करने के लिए 28 अप्रैल के सायंकाल को दीपक जलाएं । संत समाज, हिन्दुत्वनिष्ठ और राष्ट्रप्रेमी संगठनों ने भी इस प्रकार जनता को आवाहन किया है । समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदेजी ने कहा है कि सभी हिन्दू इस उपक्रम में सक्रिय सम्मिलित होकर अपना धर्मकर्तव्य निभाएं तथा सोशल मीडिया द्वारा #HindusRiseAsOne इस हॅशटॅग द्वारा अपना मत लिखकर हिन्दू संगठन का दर्शन करवाएं ।