चैत्र शुक्ल ११ , कलियुग वर्ष ५११५
३ लक्ष धर्माभिमानियोंका जनसागर, हिंदू जनजागृति समितिका सहभाग
श्रीरामकी मूर्तिके साथ हिंदुओंकी भव्य शोभायात्रा अग्रसर होते हुए दिखाई दे रही है । |
भाग्यनगर – प्रतिवर्षके अनुसार इस वर्ष भी भाग्यनगरमें श्रीरामनवमीके निमित्त हिंदुनिष्ठ नेता श्री.राजासिंह ठाकुरके नेतृत्वमें भव्य शोभायात्राका आयोजन किया गया । इस शोभायात्रामें भारी संख्यामें हिदू सम्मिलित हुए थे । हिंदुओंको समाप्त करनेकी भाषा बोलनेवाले मजलिस-ए-इत्तेहादूल-मुस्लमीनके (एम.आइ.एम.) अकबरुद्दीन ओवैसीको उत्तर देनेके लिए ३ लक्षसे भी अधिक हिंदू इस भव्य शोभायात्रामें सम्मिलित हुए थे । ३ कि.मी.से भी अधिक लंबी इस शोभायात्रामें विभिन्न प्रकारके चित्ररथ, भव्य ध्वनिक्षेपक यंत्र श्रीरामकी भव्य मूर्ति, भगवे झंडे, पताका, सिरपर भगवा रुमाल इस प्रकारसे सर्व वातावरण ही हिंदूमय हो गया था । इतना ही नहीं, अपितु सुरक्षा हेतु शोभायात्राके मार्गमें होनेवाली मस्जिदोंका, दर्गाओंका अस्तित्व ही ध्यानमें न आए, इस प्रकार पुलिसद्वारा उन्हें पूरीतरहसे ढंका गया था । वास्तवमें हैदराबाद ही हिंदुओंका भाग्यनगर बन गया था । (हिंदुओ, संगठित होकर शक्तिप्रदर्शन करनेपर ही ये धर्मांध आपके बीच हस्तक्षेप करनेका प्रयास करते हैं, यह ध्यानमें रखकर संगठित हों ! -संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) इस शोभायात्रामें हिंदू जनजागृति समितिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे तथा आंध्रप्रदेश समन्वयक श्री. चेतन जनार्दनके साथ स्थानीय कार्यकर्ता भी सम्मिलित हुए थे । श्री. चेतन जनार्दनद्वारा जनसमुदायको उत्तेजना देनेवाली घोषणांए दी गर्इं । साथ ही हिंदुओंपर होनेवाले अन्यायके विषयमें बताया गया तथा यह आवाहन भी किया गया कि सर्व लोग हिंदू राष्ट्रका संकल्प करें । इस अवसरपर अनेक वक्ताओंद्वारा हिंदुत्वका भान करवानेवाले तेजस्वी भाषण दिए गए ।
अयोध्यामें ही नहीं, अपितु पाकमें भी श्रीराम मंदिरकी स्थापना करेंगे – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदू जनजागृति समिति
शोभायात्राके मार्गमें पुलिसद्वारा वलयमें ढंकी हुई मस्जिद दिखाई दे रही है । |
गांधी चौकमें इस भव्य शोभायात्राको संबोधित करते हुए समितिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री.रमेश शिंदेद्वारा बताया गया, ‘रामराज्य एवं रामसेतुके समान आज यहां रामसागर ही इकट्ठा हुआ है । यदि हिंदू इस प्रकार एकजुट होकर प्रदर्शन करें, तो रामराज्यके समान हिंदू राष्ट्र स्थापित करना कोईकठिन कार्य नहीं है । यदि युवक श्रीरामके चरित्रका आदर्श ग्रहण करें, तो केवल अयोध्यामें ही नहीं, अपितु पाकिस्तानमें भी श्रीरामके मंदिर स्थापित करेंगे । हिंदुओंको समाप्त करनेकी भाषा बोलनेवाले अकबरुद्दीन ओवैसी यह बात भी ध्यानमें रखें कि हिंदू धर्म समाप्त करनेका प्रयास करनेवाले बाबर, अकबरके समान अनेक आक्रमणकारियोंको भारतभूमिमें दफनाकर ही यह सनातन धर्म खडा है ।’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात