देशमें राज्यका कामकाज चलाने हेतु राष्ट्रभक्तोंको ही चुनकर लाएं ! – श्रीमान निरंजन प्रणवास्वरूपी श्री गुद्देलीश्वर महास्वामीजी, होसरित्ती, हवेरी
बार्इं ओरसे श्री.नि.प्र. श्री गुद्देलीश्वर महास्वामीजी, बी.जी. मोहन, काशीनाथ प्रभु एवं कु. प्रियांका स्वामी
शिरसी (कर्नाटक) – धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) राज्यके रूपमें देशमें राज्यका कामकाज चलाते समय इसमें जातिको महत्त्व क्यों दिया जाता है ? राजनेता अपने स्वार्थके लिए समाजमें अन्तर कर ‘फोडो एवं राज्य करो’ की नीति अपनाते एवं हमपर राज्य करते हैं । अतः हमें राष्ट्रभक्तोंको ही चुनकर लाना चाहिए, होसरित्ती, हवेरीके श्रीमान निरंजन प्रणवास्वरूपी श्री गुद्देलीश्वर महास्वामीजीने ऐसा प्रतिपादन किया ।
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा यहांके श्री विद्याधिराज कलाक्षेत्रमें सोमवार, २१ दिसम्बरको हिन्दू धर्मजागृति सभा सम्पन्न हुई । इस सभामें ४५० से अधिक हिन्दू धर्माभिमानी उत्स्फूर्त रूपसे सम्मिलित हुए । इस सभाको विश्व हिन्दू परिषदके श्री. बी.जी. मोहन, हिन्दू जनजागृति समितिके काशीनाथ प्रभु एवं सनातन संस्थाकी प्रसार सेविका कु. प्रियांका स्वामीने भी सम्बोधित किया ।
श्रीमान निरंजन प्रणवास्वरूपी श्री गुद्देलीश्वर महास्वामीजीके शुभहाथों दीपप्रज्वलन किया गया । तत्पश्चात वेदमन्त्रका पठन कर सभाका आरम्भ किया गया ।
हिन्दू लडकियोंका धर्माभिमान यदि जागृत किया गया, तो ‘लव जिहाद’ से उनकी रक्षा सम्भव ! – बी.जी. मोहन
‘लवजिहाद’ के माध्यमसे धर्मांध युवक हिन्दू लडकियोंके साथ विवाह कर उनका धर्मपरिवर्तन करते हैं । यदि लडकियोंने इसका विरोध किया, तो वे उन्हें वेश्या व्यवसायमें ढकेलते हैं अथवा उनकी हत्या की जाती है । इसलिए यदि लडकियोंमें धर्माभिमान जागृत किया गया, तो ‘लवजिहाद’ से उनकी रक्षा होगी ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात