पौष शुक्ल पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११६
दिल्ली: धर्मातरण के चलते भले की केन्द्र की भाजपानीत सरकार को विपक्ष के हमले झेलने पड़े हो और शर्मिदगी उठानी पड़ी हो लेकिन इससे संघ परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ता। इसी के चलते संघ गुजरात के आदिवासी बहुल धरमपुर तालुका के पिपरोद गांव में 500 लोगों को ईसाई से हिंदू बनाने जा रहा है। धर्मातरण का कार्यक्रम क्रिसमस के मौके पर आयोजित किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद् और वलसाड़ जिला धर्म जागरण मंच एक साथ मिलकर भगत सम्मेलन के नाम से गांव के मंदिर में यह कार्यक्रम आयोजित करेंगे। विहिप नेताओं के अनुसार घर वापसी कार्यक्रम कोई नई बात नहीं है और दक्षिणी गुजरात के आदिवासी इलाके में पिछले एक साल से हो रहा है। हम अपना काम करते रहेंगे और आदिवासी लोगों को उनकी जड़ों की ओर लौटने में मदद करते रहेंगे। ऎसे कार्यक्रमों को राजनीति से जोड़ना बेबुनियाद है।उनका कहना है कि अगले चार महीनों में इसी तरीके के चार और कार्यक्रम भी आयोजित होंगे जिनमें 1000 ईसाइयों को हिंदू बनाया जाएगा। उल्लेखनीय बात है कि विहिप कार्यकर्ताओं ने 1990 के दौरान डांग क्षेत्र में आदिवासी ईसाइयों पर हमला किया था। जिसमें घर, चर्च और शिक्षण संस्थानों को तोड़ दिया गया था। माना जाता है कि इस तरह की घटनाओं से भाजपा को यहां पैर जमाने में कामयाबी मिली, इससे पहले यह कांग्रेस का गढ़ था।