कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू किए गए लॉकडाउन में नर्मी मिलने के बाद बड़ी संख्या में देशों के हालात बिगड़ते दिखाई दिए। रविवार को भारत समेत कई देशों में मात्र एक दिन में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए। चीन के बाद सबसे अधिक जनसंख्या वाले अपने देश भारत में केवल एक दिन में संक्रमण के 2,800 से अधिक मामले आए। जबकि रूस में पहली बार नए मामलों ने 10 हजार की संख्या पार कर दी।
इसी तरह अमेरिका में कल भर में 27348 से अधिक मामले आए। जबकि 1400 के करीब लोगों की जानें गईं। अब इन्हीं हालातों को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया कि लॉकडाउन में अगर जाँच की संख्या को नहीं बढ़ाया गया तो संक्रमण का दूसरा दौर भी आ सकता है। सबसे चिंताजनक आँकड़े अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से भी मिले हैं, जहाँ बिना किसी पूर्व सूचना के की गई 500 लोगों की जाँच में से एक तिहाई संक्रमित मिले हैं।
यहाँ बता दें, इटली में भी लॉकडाउन में नर्मी अर्थात पाबंदियों से छूट दिए जाने की पूर्व संध्या पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार शाम खत्म हुए 24 घंटों में 174 और लोगों की मौत की पुष्टि की। यह देश में 10 मार्च को शुरू हुए बंद के बाद दैनिक आधार पर सबसे कम संख्या है। इसलिए यहाँ पार्कों और बाग बगीचों को सोमवार से आम लोगों के लिए खोला जा रहा है। मगर, बता दें कि ब्रिटेन के हालात अब भी ठीक नहीं है। यहाँ कोरोना संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या धीरे-धीरे इटली के बराबर पहुँचती जा रही है।
गौरतलब है कि दुनिया में कई हफ्तों के लॉकडाउन के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका बहुत प्रभाव पड़ा है। इसके कारण कारोबारों को वापस खोलने के लिए खासा दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन ये भी ध्यान रखने वाली बात है कि चीन, जहाँ से कोरोना सबसे पहले शुरु हुआ और जिसे लेकर सबसे पहले दावे किए गए कि उसने कोरोना से छुट्टी पा ली है। वहाँ भी अधिकांश सेवाओं के शुरू होने के बाद कोरोना मामलों में दोबारा से बढ़ोतरी दिखाई दी थी। हालाँकि, कल वहाँ केवल 2 नए मामले आए हैं
बता दें, चीन में 5 दिन के अवकाश के दौरान घरेलू यात्रा पाबंदियों में छूट के बाद फिर से खुले पर्यटक स्थलों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। चीनी मीडिया के मुताबिक अवकाश के शुरुआती दो दिनों में ही करीब 17 लाख लोग बीजिंग के पार्कों में पहुँचे जबकि शंघाई के मुख्य पर्यटन केंद्रों में 10 लाख से ज्यादा लोगों का आगमन हुआ।