पौष शुक्ल पक्ष पंचमी , कलियुग वर्ष ५११६
जब बच्चों के कोर्स की पुस्तकों में ही गलत जानकारी दी जा रही हो तो हम उनसे सभी ज्ञान होने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? ऐसे में बात राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक तिरंगा के अपमान का हो तो मामला और भी गंभीर हो जाता है।
राष्ट्रीय ध्वज में केसरिया रंग सबसे ऊपर बीच में सफेद तथा सबसे नीचे हरे रंग की पट्टी होती है जबकि सहारनपुर के भायला स्थित अंग्रेजी माध्यम के एक स्कूल में कक्षा तीन की पुस्तक ग्लोबल गार्डन इंग्लिश में राष्ट्रीय ध्वज को एकदम उल्टा दर्शाया गया है। यह तिरंगे का अपमान है। यह पुस्तक नई दिल्ली के रामदत्त एंकलेव स्थित प्रकाशन द्वारा मुद्रित है। इस मामले में स्कूल संचालक और प्रकाशक के खिलाफ डीएम से कार्रवाई की मांग की गई है।
अधिवक्ता ज्ञान सिंह ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने और बच्चों को भ्रमित करने पर इस पुस्तक के प्रकाशक पर कार्रवाई करने की मांग की है। इंग्लिश रीडर पुस्तक के पृष्ठ संख्या 70 पर पाठ-15 में ‘अवर नेशनल फ्लैग’ दर्शाया गया है। इसमें टीचर और चिल्ड्रन के बीच राष्ट्रीय ध्वज के बारे प्रश्नोत्तर भी दिए गए हैं।
इस संबंध में स्कूल प्रबंधक का तर्क है कि इसी वर्ष ग्लोबल गार्डन इंग्लिश पुस्तक को कक्षा तीन के कोर्स में रखा गया है। इस पुस्तक को कोर्स से हटाया जा रहा है।
ज्ञात रहे कि इससे पूर्व भी ऐसा ही एक मामला 2008 में प्रकाश में आया था। राष्ट्रीय अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम की पुस्तक में संस्कृत दर्पण भाग-3 के पृष्ठ 14 पाठ प्रयाणगीतम् में राष्ट्रीय ध्वज को भारत माता और बाल सैनिकों के हाथों में उल्टा दर्शाया गया था। यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
स्त्रोत : अमर उजाला