चमत्कारद्वारा गंभीर रोग अच्छे करनेका दावा कर पीडित जनताको फंसानेका षडयंत्र !
नई मुंबई – ईसाई मिशनरियोंद्वारा ’’येशू बुलाता है’’ इस आशयपर विशेष आशीष सभा २० अप्रैलको शाम ५.३० बजे रेयान इंटरनेशनल स्कूल, सानपाडामें बिना अनुमति के आयोजित की गई थी । (बिना पुलिस की अनुमतिके ईसाई मिशनरी सभा कैसे आयोजित करते हैं ? हिंदुओंको अनेक स्थानोंपर अपने धार्मिक कार्यक्रम करनेके लिए अनुमति देनेमें पुलिस टालमटोल करती है, जबकि दूसरी ओर ईसाई मिशनरी बिना अनुमतिके सभा आयोजित करनेका साहस करती है ! हिंदुओ, कांग्रेसके राज्यमें आपकी यह दु:स्थिति ध्यानमें रखते हुए शासन एवं प्रशासनद्वारा आपका ध्यान रखा जाए, ऐसी स्थिति उत्पन्न करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) उसीप्रकार चमत्कारद्वारा गंभीर रोग अच्छे करनेका दावा करनेवाले पत्रक भी ईसाई मिशनरियोंद्वारा सानपाडा परिसरमें वितरित किए गए थे । यह ज्ञात होते ही यहांके हिंदूनिष्ठ संगठनोंने शनिवारको तुर्भे पुलिस थानेमें ईसाई मिशनरियोंके विरोधमें परिवाद प्रविष्ट किया । पुलिसकर्मियोंने संगठनोंको इस प्रकरणमें अधिक पूछताछ कर कार्यवाही करनेका आश्वासन तो दिया; परंतु हिंदूनिष्ठोंकी संगठित शक्तिके कारण भयभीत होकर ईसाई मिशनरियोंने सभा निरस्त की ।
ईसाई मिशनरियोंद्वारा निर्धन एवं पीडित हिंदूओंको फंसाकर धर्मपरिवर्तित करनेका षडयंत्र ध्यानमें आते ही शिवसेनाके विभागप्रमुख श्री. मिलिंद सूर्यराव, हिंदू जनजागृति समितिके आधुनिक वैद्य उदय धुरी , रा.स्व. संघके नई मुंबईके कार्यवाहक श्री. सतीश निकम एवं शिवसेनाप्रमुख श्री. अजय मुडपे, शिवसेना ग्राहक संरक्षण कक्षप्रमुख श्री. घनश्याम पाटे, मनसेके विभाग अध्यक्ष श्री. गणेश पावगे, सानपाडा रहिवासी संघके अजय पवार, भारत स्वाभिमानके आनंद गावडे, शिवसेना शाखाप्रमुख श्री. विसाजी लोक, श्याम चेऊल कर, मंदिर महासंघके नई मुंबई उपाध्यक्ष श्री. रमेश सनिल, वारकरी संप्रदायके श्री. अनंत सातपुते आदि व्यक्तियोंने तुर्भे पुलिस थानेमें जाकर ईसाई मिशनरियोंके विरोधमें अपराध प्रविष्ट किया । इस अवसरपर प्रतिनिधिमंडलद्वारा पुलिसके ध्यानमें लाया गया कि यह घटना औषधि द्रव आपत्तिजनक एवं चमत्कारिक विज्ञापन प्रतिबंधक अधिनियमन १९५४ अधिनियम क्रमांक २१ की धारा ४ एवं ५ के अनुसार अपराध है तथा इस कार्यक्रमसे साधारण जनताके भ्रमित होने एवं फंसनेकी संभावना है । इसलिए ऐसे कार्यक्रमोंपर समय रहते ही कार्यवाही करने एवं आयोजकोंपर अपराध प्रविष्ट करनेकी मांग की गई । इस अवसरपर श्री. मिलिंद सूर्यरावने कहा कि चमत्कारके नामपर ईसाई मिशनरी सानपाडा परिसरमें प्रचार कर रहे हैं । मिशनरी निर्धन हिंदुओंको बताते हैं कि आप येशूकी प्रार्थना करें, आपके गंभीर रोग अच्छे हो जाएंगे । आगे जाकर येशू ही आपका जीवन अच्छा करनेवाला है, ऐसा कहकर वे झूठा प्रचार करते हैं । तदुपरांत वे हिंदुओंका धर्मपरिवर्तन करते हैं । ईसाई मिशनरीकी सभाको हिंदूनिष्ठोंका विरोध है, ऐसा ज्ञात होते ही मिशनरियोंने भयभीत होकर निर्धारित कार्यक्रम निरस्त किया ।
स्त्रोत :दैनिक सनातन प्रभात