हिन्दू धर्म और देवताओंका अनादर करनेवाले तथा लव जिहादका समर्थन करनेवाले हिन्दूद्रोही चलचित्र ‘पीके’ के विरोधमें हिन्दू जनजागृति समितिने व्यापक आन्दोलन खडा किया है । इसीके एक भाग स्वरूप ‘इंटरनेट’द्वारा भी इस विषयमें जनजागृति की जा रही है । भगवान श्रीकृष्णकी कृपासे उसे अभूतपूर्व प्रतिसाद मिल रहा है । उसका ब्यौरा आगे दिया जा रहा है ।
१. समितिका जालस्थल : Hindujagruti.org इस समितिके वैधानिक जालस्थलपर इस विषयमें जनजागृति आन्दोलन किया जा रहा है । २२ से २५ दिसम्बर अर्थात गत तीन दिनोंमें समितिके अंग्रेजी एवं हिन्दी जालस्थलपर ‘पीके’ से सम्बन्धित जागृति करनेवाले समाचारोंको ३६ सहस्रसे अधिक हिन्दू धर्माभिमानियोंने पढा है ।
२. फेसबुक : समितिके ‘फेसबुक’ खातेके पृष्ठोंपर चलचित्रका वास्तविक स्वरूप उजागर करनेवाले ‘पोस्ट’ किए गए हैं । #BoycottPK नामसे (‘हॅशटॅग’से) ये पोस्ट किए जा रहे हैं । सभी पोस्टपर ९० प्रतिशतसे अधिक लोगोंने समितिके पक्षमें प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं ।
अंग्रेजी और हिन्दी पृष्ठोंपर गत तीन दिनोंमें किए गए पोस्टको २६ दिसम्बर दोपहर ४.३० तक मिला हुआ कुल प्रतिसाद निम्नानुसार है :
अ. कुल ‘रीच’ (कितने लोगोंतक विषय पहुंचा) : ३५ लक्ष ८९ सहस्र ६००
आ. कुल ‘एंगेजमेंट’ (‘लाईक्स’ (अच्छा लगा कहनेवालोंकी संख्या), ‘शेयर्स’ (‘पोस्ट’का प्रसार करनेवालोंकी कुल संख्या) और ‘कमेंट्स’ (प्रतिक्रियाओंकी संख्या इन तीनोंकी कुल संख्या) : १ लक्ष ६० सहस्रसे अधिक
३. ट्वीटर : समितिके ट्वीटर खातोंसे किए गए ‘ट्वीट्स’को भी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है । गत तीन दिनोंमें ६१० लोगोंने इस विषयके विविध ‘ट्वीट्स’को ‘रीट्वीट’(पुन:प्रसारित) किया है ।
४. मानांकित समाचारपत्र जालस्थलोंद्वारा Mainstream Media) की गई टिप्पणि : समितिके इस आन्दोलनकी विविध मानांकित समाचारपत्रोंके जालस्थलोंने समाचारके स्वरूपमें प्रसारित किया है । इनमें प्रमुखतासे ‘फायनेन्शियल एक्स्प्रेस’, ‘आउटलुक इंडिया’, ‘डेक्कन क्रोनिकल’, ‘इंडिया टीव्ही न्यूज’ इत्यादिका समावेश है ।
५. हिन्दू धर्माभिमानियोंकी कुछ प्रतिक्रियाएं :
अ. ‘अमीर खानमें दम हो, तो वह ‘आयएसआयएस’के कुकृत्योंके विषयमें; ‘इस्लाम’के नामपर कश्मीरी पंडितोंपर हुए अत्याचारों तथा सलमान रश्दी, तस्लीमा नसरीनको न्याय देनेके लिए चलचित्र बनाएं । ‘पीके’के रूपमें पापको देखते हुए अमीर खानकी अपेक्षा उनका साथ देनेवाले हिन्दू निर्माता-निर्देशकके लिए यह लज्जास्पद है ! – श्री. सुनिल कुमार बाथला, काशीपूर, उत्तराखंड
आ. ‘पीके चलचित्रको पाकिस्तानियोंसे आर्थिक सहायता मिली है तथा वह कांग्रेसके उच्चस्तरीय अधिकारी और ‘सेक्युलर’वादी लोगोंके प्रयासोंका परिणाम है ।’ – श्री. रमण नायर, तिरूवनंतपुरम, केरल
इ.‘हिन्दूु धर्म और हिन्दुओंका अपमान करना; हिन्दुओंके अधिकार छीनकर मुसलमानोंको देना एवं हिन्दुओंके देवताओंको अपशब्द कहना ही इनकी खरी धर्मनिरपेक्षता है !’ – श्री. भारत तिगया, अजमेर, राजस्थान