राजस्थान के हिंदूवादी नेता भरत वैष्णव की हत्याकांड मामले में दो और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। छोटी सादड़ी थाना अधिकारी रविंद्र प्रताप सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आरोपित रशीद खान और अमजद सैयद को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों के पास से पिस्टल, टोपीदार बंदूक और बाइक बरामद की गई। इससे पहले पुलिस ने हत्याकांड मामले में आरोपित रशीद लंगड़ा और इराक खान को गिरफ्तार किया था। शुरुआती पूछताछ में हत्या का कारण पैसों का लेनदेन सामने आया है।
रशीद लंगड़ा और इराक खान को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस की पूछताछ में हत्याकांड की साजिश और कारण के बारे में खुलासा हुआ। थाना अधिकारी रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपितों ने धोखे से मृतक भरत वैष्णव को देवली के जंगल में बुलाया और फिर वहाँ पर बाकी साथियों के साथ मिलकर गोलियों से भून डाला। इतना ही नहीं, उनके ऊपर तलवार से भी वार किया गया।
डरे हुए रशीद और अमजद । https://t.co/NRpaOpwVY4
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इस दौरान उनके एक अन्य साथी किशनदास को भी आरोपितों ने मारने की कोशिश की, लेकिन वो वहाँ से भागने में सफल रहे। किशनदास ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि भरत, उनके साढू का लड़का है। जब वो भरत के साथ जंगल में गए थे, तो आरोपित ने उन दोनों के ऊपर फायरिंग कर दी। भरत वहीं पर गिर गए और किशनदास के बाएँ हाथ पर बंदूक के छर्रे लगे। किशनदास ने वहाँ से भागने की कोशिश की तो रशीद तलवार लेकर उनके पीछे दौड़ा।
भरत वैष्णव हत्याकांड में प्रयुक्त हथियार बरामद कर दो आरोपियों को और किया गिरफ्तार | pic.twitter.com/7Uqpnl1pz8
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घटना 27 मई 2020 की है। आरोपित रशीद लंगड़ा ने बताया कि उसके पास शंकर जाट के 6-7 लाख रुपए बकाया थे। वो उसे देने में आना-कानी कर रहा था। इसके बाद शंकरन ने रशीद लंगड़ा से पैसे निकलवाने के लिए भरत वैष्णव को कहा। रशीद के मुताबिक इसके बाद भरत ने उसे धमकी दी कि वो शंकर के पैसे लौटा दे, वरना अंजाम बुरा होगा। रशीद का कहना था कि भरत ने शंकर से 2 लाख की सुपारी ली थी, तो उसने भी उसे 2 लाख रुपए लेकर मामला रफा-दफा करने के लिए कहा। भरत इसके लिए तैयार हो गए। मगर रशीद के पास पैसे नहीं थे देने के लिए।
भरत वैष्णव हत्याकांड का खुलासा मुख्य आरोपी सहित दो और आरोपियों को किया गिरफ्तार | pic.twitter.com/dkI279Xh5o
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इसके बाद उसने अपने साले अमजद को इस परेशानी के बारे में बताया। अमजद ने उसकी बात रशीद खान से करवाई। रशीद खान ने उससे कहा कि वो भरत को जंगल में अकेले बुला ले, वहीं पर उसे निपटा देंगे। रशीद लंगड़ा ने भरत से गीता की कसम खिलवाई और खुद कुरान की कसम खाकर अकेले मिलने का तय किया। उसने भरत को साटोला में आने को कहा। वहाँ से उसने साले अमजद को भरत को लाने भेजा।
रशीद लंगड़ा, रशीद खान, सत्तार, इराक और गफूर खाँ वहीं पर खड़े रहे। अमजद ने भरत और उनके साथी को जंगल में लाकर बैठा दिया। इसके बाद रशीद लंगड़ा ने भरत को बातों मेंं लगाया और रशीद खान ने उस पर गोली चला दी। इतना ही नहीं, जब भरत तड़प रहे थे, तो रशीद लंगड़ा ने उनके गर्दन में यह कहते हुए तलवार घोंप दी कि उन्होंने उसे बहुत परेशान किया। इसके बाद सभी आरोपित वहाँ से फरार हो गए। आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 307, 34 के साथ ही आर्म्स एक्ट 3/25, 25 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस शेष आरोपितों की तलाश कर रही है।