बकरी चराने को लेकर दो गुटों में हुए विवाद में RSS कार्यकर्ता राजेश फूलमाली (Rajesh Phoolmali) की मौत को लेकर अब सोशल मीडिया पर उन्हें न्याय दिलाने के लिए आवाज उठनी शुरू हो गई है। राजेश फूलमाली गत 18 मई को हुए विवाद में घायल हो गए थे और इलाज के दौरान 31 मई को इंदौर में उनकी मौत हो जाने की खबर से मृतक के गांव में आक्रोश का माहौल है।
वहीं सोशल मीडिया पर सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता प्रशांत पटेल उमराव ने मृतक राजेश फूलमाली (Rajesh Phoolmali) को न्याय दिलाने की बात कहते हुए लिखा है – “आरएसएस कार्यकर्ता राजेश एससी समुदाय से थे। हम पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए अनुसूचित जाति आयोग के पास जा रहे हैं।”
प्रशांत पटेल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि एससी समुदाय को भारत में सबसे ज्यादा ‘शांतिप्रियों’ द्वारा सताया जाता है। बाबा साहब ने इसके बारे में चेतावनी दी थी। इस ट्वीट में ही राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष राम शंकर कठेरिया को टैग करते हुए उन्होंने एक्शन लेने की माँग की है।
एक अन्य ट्वीट में प्रशांत पटेल ने लिखा है – “खंडवा, MP में संघ कार्यकर्ता राजेश फूलमाली (26) द्वारा फेसबुक में सीता माता पर अपशब्द की शिकायत पुलिस से करने पर 18 मई को रोजेदारों नें लिंचिंग की थी, इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। 15 नमाजियों को अरेस्ट किया गया है, हमारी टीम राजेश के परिवार को न्याय दिलाने के लिए वहाँ तत्पर है।”
RSS worker Rajesh was from SC community. We are approaching National Commission for Schedule Caste for Justice to the Victim family. Hon'ble @DrRamShankarMP Ji kindly take action.
SC community is mostly persecuted by Peaceful across Bharat. Baba Sahab had warned about it. https://t.co/orZrfT2NvD
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) June 3, 2020
पहले था बकरी विवाद
मध्य प्रदेश के खंडवा जिला स्थित दीपला गाँव के जंगल में बकरी चराने की बात पर विवाद हो गया था। यह विवाद बाद में मारपीट तक पहुँच गया। पथराव के दौरान राजेश फूलमाली, निवासी दीपला को गंभीर चोट आई थी। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल लाया गया था, जहाँ उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें इंदौर रेफर किया गया था।
18 मई को दो पक्षों के बीच हुए इस विवाद में घायल युवक की रविवार (मई 31, 2020) को इलाज के दौरान इंदौर में मौत हो गई। राजेश फूलमाली की मौत की खबर खंडवा पहुँचते ही अफरा-तफरी मच गई। स्थिति को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से दीपला गाँव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
खांडवा जिले के एसपी ने इस संबंध में न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस मामले के मद्देनजर 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनमें से 19 को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। बाकी बचे आरोपितों को पकड़ने का भी प्रयास जारी है।