हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा प्रविष्ट पुनर्विचार याचिका को सफलता !
पुरी की जगन्नाथ रथयात्रा संसार में विख्यात यात्रा है । यह रथयात्रा कुछ शतकों से चल रही है तथा उसका एक बडा इतिहास है । एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि पर इस यात्रा का आयोजन दिनांक 18.6.2020 को स्थगित कर दिया था । इसके उपरांत हिन्दू जनजागृति समिति ने निर्णय में परिवर्तन की मांग करते हुए सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका प्रविष्ट की थी । समिति ने इस याचिका द्वारा कहा था कि ‘सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेन्सिंग) बनाते हुए यह रथयात्रा आयोजित की जा सकती है तथा इस यात्रा पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाना अन्याय है ।’ अन्य याचिकाकर्ताओं ने भी सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय में परिवर्तन करने हेतु याचिका प्रविष्ट की थी ।
उक्त पुनर्विचार याचिका और केंद्र तथा ओडीशा सरकारों द्वारा प्रस्तुत मतों का विचार करते हुए न्यायालय ने श्री जगन्नाथ मंदिर की रथयात्रा को 22.6.2020 को अनुमति दे दी है ।
हिन्दू विधिज्ञ परिषद तथा सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री. सुभाष झा ने लाखों भक्तों की ओर से इस प्रकरण में संघर्ष किया था । इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया है ।