हरियाणा के कैथल से महंत रामभज दास की निर्मम हत्या का मामला का सामने आया है। जहां बुधवार (24 जून, 2020) को कुछ लोगों ने मिलकर महंत पर हमला कर दिया। हमलावरों ने गंभीर हालत में उन्हें कलायत के खरकपांडवा गांव के नजदीक खेतों में फेंक दिया था। महंत रामभज दास षड्दर्शन साधु समाज हरियाणा के उपाध्यक्ष व कैथल के सांघन गांव स्थित प्राचीन शृंगी ऋषि आश्रम के महंत थे। वे महज 26 साल के थे।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार महंत की गंभीर स्थिति को देखते हुए भानपुरा डेरे के महंत ने उन्हें कैथल के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था। मगर हालत सामान्य नहीं होने पर डॉक्टर ने उन्हेंं पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया था। सर पर गहरी चोट लगने की वजह से इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
बता दें महंत के गुजरने से पहले पुलिस ने उनका बयान अस्पताल में दर्ज कर लिया था। जहां उन्होंने बताया था कि छविदास नाम के एक शख्स ने उनपर हमला करवाया है। इसके लिए उसने बेलरखां गांव के कुलदीप और नेहरा नामक दो लोगों का इस्तेमाल किया। जो उन्हें आश्रम के बाहर ले गए थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने गांव में स्थित मंदिर के दो सेवादारों के भी बयान लिए हैं। और आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। घटना की जानकारी देते हुए गांव के सरपंच सरदार सुरजीत सिंह ने बताया की महंत की हत्या के पीछे एक गहरी साजिश रची गई है। महंत को हमले से पहले करीब रात के 8 बजे बेलरखां गांव का एक युवक जूस पिलाने के बहाने बाहर ले गया था। उसके कुछ समय बाद ही हमें महंत पर हुए हमले की सूचना मिली थी।
महंत और सरपंच द्वारा मिली सामान्य सूचना के आधार पर पुलिस जाँच में जुट गई हैं। सरपंच ने बताया की महंत का पोस्टमॉर्टम हो गया है। और उनका अंतिम संस्कार गांव में ही किया जाएगा।
काफी कम उम्र ही महंत रामभज दास ने सन्यासी जीवन को अपना लिया था। उन्होंने एमए तक की शिक्षा प्राप्त की हुई थी। वे पहले काकौत में रहते थे। 4 साल पहले ही वे इस गांव के मंदिर में आए थे। महंत ने गांववासियों की मदद के लिए कई काम भी करवाए थे। गांववालों में साधु की हत्या को लेकर भारी आक्रोश है।
वहीं महंत पर हुए हमले पर साधु संगठनों ने भी नाराजगी जाहिर किया है। इसके साथ षड्दर्शन साधुसमाज हरियाणा के अध्यक्ष महंत परमहंस ज्ञानेश्वर, भारत साधु समाज हरियाणा के अध्यक्ष महंत बंशी पुरी जी महाराज, अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पूर्व अध्यक्ष पंडित प्रकाश मिश्रा, माँ बनभौरी शक्ति पीठ धाम के महाप्रबंधक सुरेन्द्र कौशिक, उपाध्यक्ष वैद्य पंडित प्रमोद कौशिक, महंत महेश मुनि, महंत दीपक गिरी, महंत वासुदेवानंद गिरी, महंत उत्तम गिरी, महंत बबला दास, महंत शांति दास आदि ने दुःख व्यक्त किया है।