हिन्दू जनजागृति समिति पिछले अनेक वर्षों से धर्माधारित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु कार्यरत है । इस कार्य में समिति का जालस्थल HinduJagruti.org महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । यह जालस्थल लोगों को धर्मशिक्षा देना, उनमें राष्ट्र एवं धर्म के प्रति जागृति लाना तथा संपूर्ण विश्व के हिन्दू समाज को संगठित करने का कार्य अपने आरंभ के समय से अविरत कर रहा है । वर्तमान में यह जालस्थल हिन्दी, मराठी तथा अंग्रेजी भाषा में कार्यान्वित है । इस गुरुपूर्णिमा पर, अर्थात 5 जुलाई 2020 को समिति के वेबसाइट की 13 वीं वर्षगांठ है !
इस अवसर पर देखते है समिति के जालस्थल के कुछ वैशिष्ट्यपूर्ण उपलब्धियां :
१. इस वर्ष में जालस्थल को भेट देनेवालों की संख्या : पिछले १ वर्ष के कालावधी में अर्थात जुलाई २०१९ से जून २०२० के कालावधी में जालस्थल को ५० से अधिक देशों से २४.९७ लाख से अधिक लोगों ने भेट दी ।
२. विश्वभर के हजारो हिन्दुओं का समिति के तथा राष्ट्र-धर्म के कार्य में सहभाग, यही Hindujagruti.org जालस्थल की मुख्य फलोत्पत्ति : हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य से प्रभावित होकर समिति के राष्ट्र-धर्मविषयक कार्य में सहभाग लेने हेतु कई हिन्दू हमें संपर्क करते है । केवल भारत ही नहीं अपितु नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, सिंगापूर, थाइलैंड, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, ब्रिटन, अमेरिका, कॅनडा, स्वीडन, न्यूजीलैंड जैसे अनेक देशों में रहनेवाले हिन्दुओं ने हमे संपर्क किया है । समिति के जालस्थल को भेट देनेवाले हिन्दुओं में से कई अधिवक्ता, डॉक्टर, अभियंता, प्राध्यापक, उद्यमी, निवृत्त सेना अधिकारी, विद्यार्थी ऐसे सभी क्षेत्रों से आते है । विश्वभर के सभी हिन्दुओं को संगठित करने का ध्येय रखनेवाले हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य को मिलने वाला यह प्रतिसाद समिति के कार्यपर हिन्दू समाज का विश्वास दर्शाता है ।
३. जालस्थल तथा सोशल मीडिया के माध्यम से हो रहा कार्य
अ. लॉकडाउन के कालावधी में किया गया कार्य
- कोरोना महामारी के कारण भयभीत हुए समाज को आध्यात्मिक उर्जा मिलने हेतु ऑनलाइन ‘नामजप सत्संग’ तथा ‘भावसत्संग’ का प्रारंभ किया गया । धर्मजागृति के दृष्टि से धर्मसंवाद तथा बच्चों के लिए बालसंस्कार वर्ग का भी आयोजन किया गया ।
- राष्ट्र तथा धर्म के संदर्भ में विविध विषयों के तज्ञों के साथ चर्चा तथा विशेष संवाद का आयोजन : हिन्दू मंदिरों का प्रशासन ‘सेक्युलर’ सरकार कें हाथों में क्यों ?, राष्ट्रीय सुरक्षा तथा चीन का बहिष्कार, भारत का छद्म सेक्युलरिजम, कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय कब मिलेगा ? आदि
यह सभी कार्यक्रम हिन्दू जनजागृति समिति के यु-ट्यूब चैनल पर उपलब्ध है ।
आ. ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान
- भारतीय संविधान से सेक्युलर शब्द हटाया जाएं ।
- वेब सीरीज को सेन्सर बोर्ड जैसे केंद्रीय प्रमाणपत्र प्राधिकरण के क्षेत्राधिकार में लाया जाएं !
७००० से अधिक हिन्दू तथा राष्ट्रप्रेमी नागरिकों ने इस अभियान में सहभाग लिया तथा अपने इमेल के माध्यम से संबंधित प्रशासनिक अधिकारी तथा मंत्रालयों के सामने अपनी मांगे रखी ।
इ. पिछले वर्ष में किए गए जागृति अभियान
आज बहुतांश मीडिया हिन्दुओं की समस्याओं तथा राष्ट्र, समाज के संदर्भ में महत्त्वपूर्ण समस्याओं को अनदेखा करती है । इसीलिए हिन्दू जनजागृति समिति तथा समिति का जालस्थल इन समस्याओं के संदर्भ में समाज तथा हिन्दुओं में जागृति लाने के उद्देश्य से ५० से भी अधिक अभियान चलाए गए ।
- मेवात के हिन्दू समाज का हो रहा दमन
- वेब सीरिज के माध्यम से हिन्दू धर्म, भारतीय सेना का हो रहा अपमान तथा समाज में हिंसा, व्यभिचार को बढावा देनेवाले प्रवृत्तियों का विरोध
- गोवा इन्क्विजिशन – मिशनरियों द्वारा हिन्दू समाज पर किए गए अत्याचारों की गाथा
- हलाल सर्टिफिकेट के माध्यम से हिन्दू समाज पर थोपा जानेवाला हलाल तथा अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण
- वामपंथी केरल सरकारद्वारा मंदिरों की होनेवाली लूट
- तमिलनाडू सरकारद्वारा मंदिरों की होनेवाली लूट
- अपने ही देश में निर्वासितों का जीवन जिनेवाले कश्मीरी हिन्दुओं की समस्या
- सलमान खान द्वारा दबंग ३ चलचित्र में किए गए हिन्दू धर्म तथा साधु-संतों के अपमान का विरोध
- पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबन्ध लगाएं !
- ‘कौन बनेगा कराेडपती’ शो में अमिताभ बच्चन द्वारा औरंगजेब को ‘मुघल सम्राट’ कहना तथा छत्रपति शिवाजी महाराज का ‘शिवाजी’ ऐसा अपमानपूर्वक उल्लेख करना
इन अभियानों के कारण बडी मात्रा में हिन्दू समाज तथा राष्ट्रप्रेमी नागरिकों में जागृति हुई तथा उन्होंने भी संवैधानिक मार्ग में अपना विरोध प्रकट किया । इस विरोध के कारण कुछ प्रकरणों में संबंधित लोगों ने क्षमायाचना भी की तथा कुछ लोगों ने राष्ट्र-धर्म का अपमान करनेवालों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही का भी प्रारंभ किया ।
पाठकों से निवेदन !
जैसा कि आप पहले से ही जानते हैं, हिंदू जनजागृति समिति स्वयंसेवकों द्वारा संचालित की जाती है, जो राष्ट्र और धर्म के लिए अपने प्रेम और समर्पण के कारण एक साथ आए हैं । इसलिए, HinduJagruti.org वेबसाइट पिछले 13 वर्षों से राष्ट्र और धर्म की सेवा के उद्देश्य से कार्य कर रही है। यदि आप वेबसाइट के इस धर्मकार्य में अपना योगदान देना चाहते है, तो आपसे अनुरोध हैं कि, आप साइट को आगे बढाने के लिए तथा उसकी देखभाल के लिए धर्मदान करें। यदि आप आर्थिक योगदान करने में असमर्थ हैं, तो आप राष्ट्र धर्म संबंधी लेख, सोशल मीडिया पोस्ट को अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करने और भारत और दुनिया भर में हिंदुओं के बीच धर्म की जागृति में योगदान भी दे सकते है ।
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जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम् !