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शादी के बाद मायके आई वैष्णवी पर शेख अल्ताफ ने किया जानलेवा हमला, 4-5 महीने से पड़ा था पीछे

महाराष्ट्र के जालना जिले के मंठा गांव में हैवानियत की हद पार करने वाली एक घटना सामने आई है। खबर है कि यहां एक मुस्लिम युवक ने दिनदहाड़े हिंदू युवती पर धारधार हथियार से करीब 21 बार हमला करके उसे मौत के घाट उतार दिया।

वैष्णवी नाम की लड़की की गलती सिर्फ़ इतनी थी कि वह अपनी शादी के बाद खरीददारी के लिए सहेली और मां के साथ बाजार गई थी। वहीं उसके पड़ोस में रहने वाले अल्ताफ की नजर उस पर पड़ी और उसने हमला बोल दिया। मीडिया रिपोर्ट्स में इसे एकतरफा प्रेम का मामला बताया जा रहा है।

हालाँकि, वैष्णवी के जीजा दीपक से जब इस संबंध में ऑपइंडिया ने संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन सुनने में आया है कि अल्ताफ लूटपाट भी करता था और उस दिन भी वह वैष्णवी के पास इसी इरादे से आया था। इसी के बाद उसने उस पर कई वार किए।

अल्ताफ के एकतरफा प्रेम की बात पूछे जाने पर उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में सूचना नहीं है। ऑपइंडिया ने इस मामले में स्पष्ट जानकारी जुटाने के लिए वैष्णवी के पिता को संपर्क किया।

वैष्णवी के पिता ने अपनी बेटी के साथ हुई बर्बरता सुनाते हुए कहा, “उस शैतान ने मेरी बेटी पर 21 वार किए। अगर कोई उसकी वो तस्वीर देख ले तो शायद रात में सो न पाए। अब हम इस मामले में फास्ट ट्रैक सुनवाई की मांग करते हैं और बस यही चाहते हैं कि उस शैतान को जल्द से जल्द फांसी हो। आपके संस्थान से भी यही विनती है कि इस खबर को इतने लोगों तक पहुँचाइए कि आगे ऐसी घटनाएँ न हों।”

वैष्णवी के पिता नारायण एक ऑटो रिक्शा चालक हैं। अब वैष्णवी के बाद उनके घर में सिर्फ़ उनकी माता, उनकी पत्नी, वे और उनका बेटा बाकी बचे हैं। 30 जून की उस दर्दनाक कहानी को बयान करते हुए वैष्णवी के पिता नारायण कहते हैं कि अल्ताफ उनकी बेटी को 4-5 महीने से परेशान कर रहा था। ऐसे में, 26 जून को उसकी शादी हो गई।

शादी के बाद वैष्णवी एक कार्यक्रम के लिए अपने मायके आई। उसका मन खरीददारी का किया और वह अपनी मां व सहेली के साथ बाजार तक गई। खरीददारी से लौटते समय उसकी मां को कुछ लोगों को निमंत्रण देना था। तो वैष्णवी और उसकी सहेली आगे आ गए। जबकि मां कुछ लोगों को कार्यक्रम का निमंत्रण देने के लिए पीछे ही रह गई।

इसी दौरान हथियार लेकर मौके की ताक में बैठे शेख अल्ताफ ने वैष्णवी पर हमला बोला। जब वैष्णवी गिर गई तो उसने उसकी सहेली को धमकाया कि वह वहां से भाग जाए वरना वह उसका भी वही हाल करेगा, जो वैष्णवी का किया। इसके बाद रेशमा वहां से भाग गई।

पुलिस इस पूरे वाकये पर कहती है कि उन्होंने इस मामले में आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की मानें तो उनके पास इस संबंध में पहले कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन उन्होंने मामले की सूचना पाते ही इस पर त्वरित कार्रवाई की और मात्र 3-4 घंटे में आरोपित युवक को ढूँढ निकाला।

पुलिस बताती है कि जब उन्होंने अल्ताफ को पकड़ा, उस समय उसकी हालात खराब थी। वह कह रहा था कि कि उसने जहर पी लिया है। इसके बाद पुलिस को जांच में उसके पास से एक रस्सी भी मिली। जिससे पता चला कि वह आत्महत्या करने जा रहा था। अगर टाइम पर पुलिस नहीं पहुँचती तो सवेरे तक शायद उसका शव ही हाथ लगता।

पुलिस कहती है कि उन्होंने अल्ताफ की हालत को देखते हुए उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। इसके बाद प्राथमिक उपचार करके उसे जालना भेजा गया। हालाँकि अब वह डिस्चार्ज हो चुका है और अदालत में पेश करके उसे लॉकअप में भी डाल दिया गया है।

यहां बता दें कि इस घटना के उजागर होने के बाद कहा जा रहा है कि हिंदू संगठनों में गुस्से की लहर है। कई संगठनों के सदस्य वैष्णवी के परिवार से जाकर मिल रहे हैं। जिसका एक वीडियो पत्रकार गौरव मिश्रा ने अपने ट्विटर पर साझा की है।

सबकी बस यही मांग है कि ये मामला फास्ट ट्रैक में सुना जाए और अल्ताफ को जल्द से जल्द फांसी हो। सुदर्शन न्यूज के मुताबिक महाराष्ट्र राज्य के पूर्व मंत्री बबनराव लोणीकर ने भी कहा है कि यह केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में ही चलना चाहिए और जल्द से जल्द अल्ताफ को सजा मिलनी चाहिए।

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