पाकिस्तान के सिंध इलाके में एक और हिंदू नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला उजागर हुआ है। घटना 11 जुलाई को मीरपुर खास के नफीस नगर गाँव की है। 12 साल की बच्ची का अपहरण करने के पीछे मोहम्मद शौकत नामक व्यक्ति के गैंग का हाथ है।
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A 12-year-old Hindu Girl Momal Bheel D/o Molu Bheel is abducted by a gang lead by Muhammad Shoukat for Sexual Exploitation in Village Nafees Nagar, Mirpurkhas, Sindh-Pakistan. 11-7-2020 pic.twitter.com/3DE49YYvwL— Rahat Austin (@johnaustin47) July 12, 2020
ट्विटर पर इस मामले की जानकारी पाकिस्तान के सामाजिक कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन ने ट्वीट करते हुए दी है। राहत ने अपने ट्वीट के साथ बच्ची के परिजनों के बयान की वीडियो भी साझा की है। इस वीडियो में बच्ची के परिजन पाकिस्तान में अपनी हालत की कहानी स्वयं सुनाते नजर आ रहे हैं।
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A 12-year-old Hindu Girl Momal Bheel D/o Molu Bheel is abducted by a gang lead by Muhammad Shoukat for Sexual Exploitation in Village Nafees Nagar, Mirpurkhas, Sindh-Pakistan. 11-7-2020 pic.twitter.com/hDbmNKjboU— Rahat Austin (@johnaustin47) July 12, 2020
इस घटना के अलावा राहत ने सिंध की एक अन्य घटना को भी शेयर किया है। ट्वीट के अनुसार, सिंध के संघर में एक हिंदू लड़की सविता का कुछ समय पहले अपहरण हुआ था। इसके बाद उससे रेप किया गया और फिर उसे इस्लाम कबूल करवा लिया गया।
इतने के बावजूद सविता किसी तरह कट्टरपंथियों की चंगुल से भाग निकली और अपने परिवार से मिल गई। लेकिन, परिवार के पास लौटने के बाद भी उसके अंदर से डर खत्म नहीं हुआ। क्योंकि (ट्वीट के अनुसार) पाकिस्तान में इस्लाम को छोड़ना या फिर उसे छुड़वाने में मदद करने की सजा केवल मौत होती है। फिर चाहे किसी ने जबरन ही इस्लाम क्यों न कबूल करवाया हो।
A Hindu girl Shavita of Sanghar, Sindh-Pakistan was abducted, raped & forcefully converted to Islam is escaped & reunite with her family. Now they are in deep fear because for leaving or help to leave islam (no matter if you were forcefully converted to Islam) punishment is Death pic.twitter.com/5zWn8erSrW
— Rahat Austin (@johnaustin47) July 12, 2020
यहां बता दें कि इन दोनों घटनाओं से पहले पिछले माह भी सिंध से अपहरण और धर्मांतरण का मामला सामने आया था। उस समय एक नाबालिग हिंदू लड़की का अपहरण वजीर हुसैन ने किया था। और, फिर बाद में उसने लड़की का धर्म परिवर्तन करवाकर उससे निकाह भी कर लिया था। मगर, मामले के तूल पकड़ने के बाद आरोपित पक्ष ने पीड़िता पर दबाव बनाकर हलफनामा दायर करवा दिया था और दावा किया था कि लड़की ने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूला है।
गौरतलब हो पाकिस्ताम में अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार की घटनाएं बेहद आम हैं। हिंदू लड़कियों के अपहरण और धर्म परिवर्तन की खबरें मीडिया में आए दिन आती रहती है। ऐसी घटनाओं पर सरकार और प्रशासन की चुप्पी भी कोई नई बात नहीं है।
वहां भले ही इमरान सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा बड़े-बड़े दावे करती है। मगर, वास्तविकता यही है कि वहां पर अल्पसंख्यकों का दमन धड़ल्ले से जारी है। आलम ये है कि अब पाकिस्तान के हालातों से पूरा विश्व वाकिफ हो गया है कि पाकिस्तान वो देश है जहां धार्मिक स्वतंत्रता में किसी को जबरन मुसलमान बनाने का अधिकार भी निहित है।