पौष शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
भोपाल (मध्य प्रदेश) : द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने आमिर खान को हिंदू धर्म के खिलाफ साजिशकर्ता बताते हुए लोगों से उनकी फिल्म पीके का बहिष्कार करने की अपील की है। दैनिकभास्कर डॉट कॉम से फोन पर बातचीत में उन्होंने कहा कि यदि आमिर खान माफी मांग कर अपनी फिल्म के उन दृश्यों को नहीं हटाते, जिनसे हिंदू धर्म का अपमान हुआ है, तो देश भर के हिंदुओं से आमिर के सामाजिक बहिष्कार की अपील की जाएगी।
सरस्वती ने कहा कि फिल्म में गाय के लिए खाना निकालने (गौ ग्रास) का मजाक उड़ाया गया है, भगवान शंकर को रिक्शे पर दिखाया गया है, साष्टांग दंडवत किए जाने को गलत बताया गया है। उनके मुताबिक यह सब जान-बूझ कर किया गया है। आमिर खान और उनकी टीम चाहती है कि हिंन्दुओं को धर्म के प्रति नाउम्मीद बना कर उनके मन में अनास्था पैदा की जाए ताकि वे दूसरे धर्मों के प्रति आसक्त हो सकें और धर्मांतरण के लिए तैयार हो सकें।
शंकराचार्य का यह भी आरोप है कि सेंसर बोर्ड में बैठे नौकरशाहों को फिल्म वाले खरीद लेते हैं और आपत्तिजनक कंटेंट के बाद भी फिल्म को सेंसर से पास करवा लेते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या आपने पीके देखी है, शंकराचार्य का जवाब था कि उन्होंने फिल्म नहीं देखी है लेकिन उनके भक्तों ने फिल्म देखने के बाद बताया है कि इसमें हिंदुओं के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं। क्या आप फिल्म देखना चाहेंगे, के जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसी कोई भी फिल्म जिसमें हिंदू धर्म का अपमान किया गया हो, उसे मैं क्यों देखूंगा? उन्होंने कहा कि उनके भक्त अलग-अलग कोर्ट में मामला दर्ज करवा रहे हैं।
क्या आमिर खान की हर फिल्म का बहिष्कार करने के लिए लोगों से कहेंगे, पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी तो सिर्फ इसी फिल्म की बात कर रहा हूं, यदि आमिर खान नहीं सुधरे, तो लोगों से कहा जाएगा कि केवल फिल्म ही नहीं उनके हर कार्यक्रम का बहिष्कार करें।
सरस्वती ने पूछा कि आखिरकार फिल्म बनाने वालों को सिर्फ हिंदू धर्म में ही खोट क्यों नजर आती है? उनके मुताबिक, फिल्म निर्माता अन्य धर्मों के खिलाफ फिल्म बनाएंगे तो उन्हें ‘ठीक’ कर दिया जाएगा।
मुस्लिम धर्मगुरु भी फिल्म ‘पीके’ से नाखुश
मुस्लिम धर्मगुरु भी फिल्म ‘पीके’ में दिखाए गए कुछ सीन्स को लेकर नाराज हैं। मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद फिरंगीमहली ने कहा कि इस फिल्म के कुछ सीन बेहद आपत्तिजनक हैं और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के सीन हमारे देश की गंगा-जमुनी तहजीब के लिए भी खतरनाक हैं।
अयोध्या से भी विरोध के स्वर
अयोध्या में राम मंदिर के पुजारी ने भी फिल्म का विरोध करते हुए कहा है कि इस तरह की फिल्मों को हिंदू सहन नहीं करेगा। यह साफ तौर पर हमारी धार्मिक सहनशीलता और संवेदनाओं का अपमान है।
देखिए, फिल्म पीके के धर्म से जुड़े दृश्य :
स्त्रोत : दैनिक भास्कर