झारखंड में धनबाद के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के जियलगोरा में कुछ दिन पहले एक हिंदू महिला से छेड़खानी का मामला सामने आया। वहां सोमवार (जुलाई 20, 2020) के दिन शिव मंदिर जाती हुई महिला पर दूसरे समुदाय के कुछ लड़कों ने फब्तियां कसनी शुरू की और महिला के विरोध करने पर उसकी पिटाई भी की।
इस घटना में महिला बुरी तरह घायल हो गई। मामला दो समुदाय से जुड़ा होने के कारण इलाके में तनाव फैल गया। परिजनों व स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना जोड़ापोखर पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराने का पूरा प्रयास किया। घटना की शाम डीएसपी एके सिन्हा ने भी पहुंचकर थाना प्रभारी से घटना के बारे में जानकारी ली। बाद में पूरे क्षेत्र में पुलिस की तैनाती कर दी गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस केस में अभी तक जिन आरोपित युवकों के नाम शिकायत लिखी गई है, उनकी पहचान सद्दाम अंसारी, रियाज, नसरुद्दीन, मिटू अंसारी, शहादत, शाहिल, कैफ, शहबत व मोइनुद्दीन के पुत्र के रूप में हुई है। रिपोर्ट्स में इनमें से कुल 4 लोगों को हिरासत में बताया जा रहा है।
हालाँकि ऑपइंडिया ने इस संबंध में जब जोड़ापोखर थाना क्षेत्र में बात की तो पुलिस ने बताया कि मामले में 8 लोगों पर केस दर्ज हुआ है। जिसके बाद अभी केवल सद्दाम नाम का आरोपित हिरासत में लिया गया है और बाकियों के लिए छापेमारी चल रही है। आज सद्दाम को जेल भेजा जाएगा।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट की मानें तो घटना के बाद थाना प्रभारी सत्यम कुमार ने मौके पर पहुंचकर जख्मी महिला को इलाज के लिए चासनाला अस्पताल भेज दिया था। लेकिन इसके बाद दोनों तरफ से ईंट-पत्थर चलने लगे। कई लोग लाठी, डंडे लेकर घर से निकल गए। अनेक लोग चोटिल हुए। इस घटना के बाद यहां के दो समुदाय के लोगों में तनाव व्याप्त है।
इस मामले में दूसरे पक्ष यानी सद्दाम की माँ अनु परवीन ने थाना में ऑनलाइन मामला दर्ज करवाया है। उनका आरोप है कि उनका बेटा शिव मंदिर के पास अपने दोस्तों के साथ पबजी खेल रहा था। तभी कुछ युवक उनके खिलाफ फब्तियां कसने लगे।
इस दौरान उनके पुत्र ने उन युवकों का विरोध किया तो उन्हें चाकू दिखाकर मारपीट करते हुए पेट्रोल छिड़ककर जला देने की धमकी दी गई। धमकी देने वाले युवकों में राजकुमार साव, राजू साव, अमरजीत साव, सुनील साव आदि युवक शामिल थे। हालाँकि ऑपइंडिया ने जब इस काउंटर केस के बारे में पुलिस से पूछा तो उन्होंने ऐसे किसी भी केस के दर्ज होने से मना कर दिया।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में पीड़ित महिला गीता देवी ने भी अपना बयान दर्ज कराया है। लेकिन उनका बयान और सद्दाम की माँ की शिकायत (जिसे मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है) में बहुत अंतर है।
पीड़ित महिला ने अपने बयान में कहा है कि वो सोमवार की शाम शिव मंदिर में पूजा करने जा रही थीं। तभी दूसरे समुदाय के युवकों का समूह पीपल पेड़ के नीचे बैठा हुआ था। जो उन्हें देखकर फब्तियां कसते हुए गालियां देने लगे। विरोध करने पर उनके साथ लाठी-डंडे के साथ मारपीट की। इससे उनके सिर और कमर में गंभीर चोट आई है।
बता दें कि फिलहाल पीड़ित महिला का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है।