हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित ‘नवम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ 30 जुलाई से 2 अगस्त तथा 6 से 9 अगस्त 2020 इस अवधी में संपन्न होने जा रहा है । इससे पूर्व संपन्न हुए सभी अधिवेशन गोवा में आयोजित किए गए थे । किंतु इस वर्ष कोरोना के संकट को देखते हुए यह अधिवेशन ‘ऑनलाइन’ लिया जाएगा । इसके साथ ही ‘हिन्दू राष्ट्र संगठक अधिवेशन’ 13 से 16 अगस्त इस अवधी में संपन्न होगा ।
आजतक हुए आठ अधिवेशनों को प्रतिवर्ष मिलनेवाला प्रतिसाद बढता जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप अष्टम हिन्दू अधिवेशन को 25 राज्यों से कुल 174 हिन्दू संगठन के 520 से अधिक प्रतिनिधी सहभागी थे । इन अधिवेशनों की विशेषता यह थी कि भारत के अतिरिक्त नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया तथा बांग्लादेश के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के प्रतिनिधि भी इसमें सम्मिलित हुए थे । नवम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में देश-विदेश से विविध हिन्दूत्वनिष्ठ संगठन के नेता, कार्यकर्ता, अधिवक्ता, विचारक, संपादक, उद्योगपती आदी बडी संख्या में ‘ऑनलाइन’ पद्धती से सहभागी होने वाले हैं । इसके पहले के सर्व आठ अधिवेशनों में निश्चित किए गए समान कृति कार्यक्रम को मिली निम्नांकित विशेष सफलता बताते हुए हमें विशेष आनंद हो रहा है ।
अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशनों से हुआ व्यापक कार्य !
- अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन से प्रेरणा लेकर भारत के अनेक राज्यों में अबतक कुल 121 प्रांतीय अधिवेशनों का यशस्वी आयोजन !
- हिन्दू धर्म तथा धर्मीय के रक्षा हेतु कार्यान्वित ‘हिन्दू विधीज्ञ परिषद’ के माध्यम से पूरे भारत के 500 से अधिक धर्मप्रेमी अधिवक्ताओं का संगठन और इसके द्वारा हिन्दू हित के व्यापक कार्य को यश !
- हर माह राष्ट्र और धर्म पर होनेवाले आघातों के विरुद्ध विगत 7 वर्षों से देशभर में 1700 से अधिक ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलनों’द्वारा व्यापक जागृति !
- ‘उद्योगपति परिषद’ की स्थापना एवं उसके अंतर्गत विविध शिविरोंद्वारा हिन्दू राष्ट्र कार्य हेतु उद्योगपतियों का संगठन !
- अधिवेशन के माध्यम से स्थापित ‘आरोग्य सहायता समिति’ ने आरोग्यसंबंधी सभी क्षेत्रों में हो रहे अनुचित विषयों के विरोध में जनजागृति करने के साथ साथ उसके विरोध में सरकार को शिकायत करना आदि माध्यम से आंदोलन खडा करना !
- अधिवेशन में स्थापित ‘राष्ट्रीय पत्रकार मंच’ के माध्यम से राष्ट्र और धर्म के कार्य प्रति आत्मीयता रखनेवाले पत्रकार एवं संपादकों का संगठन !
- धार (मध्यप्रदेश) में ‘भोजशाळा मुक्ति आंदोलन’ एवं ‘तिरुपति पवित्रता-रक्षा आंदोलन’ का राष्ट्रीयीकरण !
- भारत से बांगलादेश में हो रही गोतस्करी के विरोध में बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में हिंदुत्वनिष्ठों से संगठित प्रयास !
- उत्तराखंड के बाढग्रस्तों को तथा नेपाल के भूकंप पीडितों की आपातकालीन सहायता !
- विस्थापित कश्मिरी हिन्दुओं के पुनर्वास हेतु ‘एक भारत अभियान – कश्मीर की ओर’ इस अभियान के अंतर्गत भारत के अनेक राज्यों में जाहीर धर्मजागृति सभाओं का यशस्वी आयोजन !
- भारत के क्रियाशील प्रमुख हिन्दू संगठनों के नेताओं के त्रैमासिक बैठकों का आयोजन !
- अधिवेशन के माध्यम से जुडे हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के सहभाग से ‘लॉकडाऊन’ की अवधी में विविध ‘ऑनलाइन विशेष परिसंवादों’ का आयोजन ! इस माध्यम से देशभर के लाखों लोगों में जागृती !
- हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा एकत्रित ‘मंदिर-संस्कृती रक्षा अभियान’ के नाम से आयोजित विविध बैठकों के माध्यम से व्यापक जनजागृती !
हिन्दू संगठनों और संप्रदायों द्वारा राष्ट्रहित एवं धर्महित के लिए योगदान देना तथा भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ उद्घोषित करना आदि सूत्रों की दृष्टि से विविध विषयों पर गहन चर्चा करना, समान कृति कार्यक्रम निश्चित करना और हिन्दूहित के प्रस्ताव पारित करना, ऐसा इस अधिवेशन का स्वरूप होगा । इससे समस्त राष्ट्रप्रेमी और हिन्दू समाज में राष्ट्र और धर्म कार्य हेतु त्याग की भावना निर्माण हो सकेगी ।