झारखंड के हजारीबाग जिला स्थित कटकमदाग थाना क्षेत्र के नृसिंह मंदिर के खबरियावा-बनहा इलाके में बकरीद के दौरान गोकशी की सूचना मिलते ही दो समुदाय के आमने-सामने आने के बाद गांव में साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया। इसके बाद यहां समुदाय विशेष द्वारा जमकर पथराव हुआ। वहीं इस घटना में कुछ लोगों के घायल होने की भी सूचना है। फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना कटकमदाग थाना क्षेत्र के नृसिंह मंदिर के पास के इलाके में विशेष समुदाय द्वारा बकरीद के मौके पर गाय काटने के खुलासे के बाद हुआ। गांव में हिंदुओं द्वारा प्रतिबंधित पशु गाय की हत्या का विरोध करने पर समुदाय विशेष ने इस मामले पर बहस करना शुरू कर दिया।
मामला इतना बढ़ गया कि लोग आपस में एक दूसरे को मारने पर उतारू हो गए। लोगों ने आपस में जम कर पत्थरबाजी की। इस दौरान उपद्रवियों ने उत्तेजित हो कर एक बाइक को आग के हवाले कर दिया जबकि भीड़ द्वारा कई गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया।
साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ता देख पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर भीड़ को काबू करने की कोशिश की। बेकाबू भीड़ को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी। इस दौरान सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर गणेश कुमार सिंह, कटकमदाग थाना प्रभारी धनंजय कुमार समेत कुछ अन्य पुलिसकर्मी और अन्य लोग भी घायल हो गए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी एवी होमकर और एसडीएम मेघा भारद्वाज ने घटना स्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। फिलहाल पुलिस ने इलाके को सील कर हालातों पर काबू पा लिया है। पुलिस ने लोगों से शांत रहने की भी अपील की है। इसके साथ ही भारी संख्या में जवानों को भी तैनात किया गया है।
वहीं घटना की जानकारी देते हुए डीसी रामगढ़ सह हजारीबाग संदीप सिंह ने बताया, “मवेशी को मारकर फेंके जाने के बाद दोनों ओर से पत्थरबाजी हुई है। हम लोगों का फोकस है कि आगे किसी तरह की घटना न हो। घटना के पीछे कौन हैं, इसकी जाँच की जा रही है। दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”