वाराणसी (उ.प्र) – भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि स्कूलों में इतिहास की किताबें में जो सामग्री पढ़ाई जा रही है वो बकवास है। अब वक्त आ गया है कि केन्द्र सरकार को इसमें आवश्यक बदलाव करने चाहिए। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर के स्वतंत्र भवन में “आई एंड माई इंडिया”विषय पर सेमिनार को संबोधित करते हुए स्वामी ने यह बात कही। सेमीनार का आयोजन यूथ इन एक्शन ने किया था।
स्वामी ने कहा कि स्कूलों में जो इतिहास पढ़ाया जा रहा है वह ब्रिटिश युग में लिखा गया था। उस वक्त आर्य और द्रविड़ के नाम पर खिंची गई रेखा के कारण भारतीय समाज बंटा हुआ था। देश की महान हस्तियों के बारे में जानकारी देने की बजाय बच्चों को बाबर और शेर शाह सूरी जैसे बाहरी आक्रांताओं के बारे में पढ़ाया जा रहा है। स्वामी ने मौजूदा शिक्षा प्रणाली को विभाजनकारी बताते हुए कहा कि शिक्षा के ढांचे ने हिंदुओं और मुस्लिमों को बांटता है। जाति के आधार पर मतभेद पैदा किए गए।
अंग्रेजी के एकाधिकार को बनाए रखने के लिए संस्कृत,क्षेत्रीय और लोक भाषाओं को हाशिए पर डाल दिया गया। भाजपा स्वदेशी और मूल्य आधारित शिक्षा प्रणाली को प्रमोट करेगी। स्वामी ने कहा कि जो भी इस धरती पर जन्मे हैं वे सभी हिंदू हैं। डीएनए टेस्ट से इसे साबित किया जा सकता है। मुस्लिमों को भी यह सच्चाई पता है लेकिन उनके धर्मगुरूओं को यह सूट नहीं करती।
स्त्रोत : पत्रिका