एक दुकान में भगवान गणेश की मूर्तियों को तोड़ने वाली बुर्का पहने एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। नीचे आप उस वीडियो को देख सकते हैं।
देखिए Baharin के ‘शांतिप्रिय’ समुदाय के महिला का ‘सर्वधर्मसमभाव’ !
जागो हिन्दू जागो : सर्वधर्मसमभाव, गंगा-यमुनी तहजीब, सेक्युलरिजम यह सब आपको लेकर एक दिन डूबेगा ।
यह स्थिती बदलने हेतु अब हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए संगठित होकर प्रयास करे । https://t.co/mi7vb3cOO7
— HinduJagrutiOrg (@HinduJagrutiOrg) August 16, 2020
वीडियो में, बुरका पहने दो महिलाओं को पास में खड़े देखा जा सकता है। उनसे सटे ही हिंदू देवताओं (खासकर भगवान गणेश की) की मूर्तियाँ एक रैक पर रखी हुई हैं। दोनों महिलाओं में से एक वहाँ रखी मूर्तियों को एक-एक कर उठाती है और फिर उन्हें फर्श पर फेंक कर तोड़ती जाती है।
Ma sha Allah alhumma Mubarak
— یوسف (@yusufk611) August 16, 2020
किसी मॉल या दुकान के अंदर शूट हुआ यह वीडियो जल्द ही वायरल हो जाता है। इसके बाद इस्लामी कट्टरपंथियों ने मूर्तियों को तोड़ने और ऐसा करने के लिए महिला को प्रोत्साहित करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।
Smashing idols is only done when a prophet is commanded by Allah(swt). We aren’t told to attack other people’s faith in this manner
— Aslichutyapa (@aslichutyapa) August 16, 2020
इनमें से कुछ लोगों की राय दिलचस्प भी रही। उनके अनुसार मूर्तियों केवल तभी तोड़ा जाना चाहिए जब अल्लाह इसकी आज्ञा दे। अल्लाह कैसै आज्ञा देगा, यह नहीं बताया। और हाँ, ऐसे लोगों के अनुसार अल्लाह से सीधे निर्देश के बिना मूर्तियों को तोड़ना अनुचित है।
ट्विटर के अलावा फेसबुक पर भी बहरीन की इस महिला के ‘साहस’ को जम कर सलाम किया गया। इस्लामी कट्टरपंथियों ने फेसबुक पर भी इसका जश्न मनाया।
इस पूरे प्रकरण में अंततः एक अच्छी खबर आई। बहरीन के गृह मंत्रालय ने वायरल वीडियो के बारे में एक बयान जारी किया। बयान के अनुसार स्थानीय पुलिस ने 54 वर्षीय महिला को जानबूझकर एक दुकान में धार्मिक मूर्तियों को तोड़ने के लिए समन (बुलावा भेजा) किया है। मंत्रालय ने कहा है कि इस मामले में कानूनी कार्यवाही चल रही है।