Menu Close

फेसबुक ने बंद किया भाजपा विधायक टी राजासिंह का अकाउंट, इंस्टाग्राम पर भी लगाया प्रतिबन्ध

फेसबुक ने भाजपा विधायक टी राजा सिंह का फेसबुक अकाउंट प्रतिबंधित कर दिया है। तेलंगाना के विधायक सिंह को इंस्टाग्राम पर भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। फेसबुक ने यह कार्रवाई ऐसे वक्त में की है जब उस पर भाजपा और दक्षिणपंथी विचारधारा समर्थकों के प्रति पक्षपातपूर्ण नीतियों का आरोप लग रहा है।

फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा है, “हमने राजा सिंह को हमारी उन नीतियों का उल्लंघन करने के लिए फेसबुक से प्रतिबंधित किया है, जो कि हिंसा को बढ़ावा देने या हिंसा भड़काने और हमारे मंच पर नफरत फ़ैलाने पर रोक लगाता है। संभावित उल्लंघनों का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया व्यापक है और इसी कारण हम उनके अकाउंट को प्रतिबंधित करने के फैसले पर पहुँचे हैं।”

ज्ञात हो कि इससे पहले भी भाजपा विधायक टी राजा सिंह के खिलाफ कथित तौर पर 7 बार हेट स्पीच के मामले सामने आ चुके हैं। टी राजासिंह कई बार ऐसे बयान भी दे चुके हैं, जिनमें उन्होंने राष्ट्रविरोधियों को भारत छोडकर पकिस्तान चले जाने की बात कही है। यह बयान भी हेट स्पीच के अंतर्गत बताए गए थे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब ’15 मिनट में हिन्दुओं को सबक सिखाने’ की धमकी देने वाले अकबरुद्दीन ओवैसी जैसे लोग सोशल मीडिया पर खुलेआम घूम सकते हैं तो फिर टी राजा को ही फेसबुक द्वारा निशाना क्यों बनाया गया?

भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने फेसबुक से राजा पर प्रतिबंध लगाने के मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उन्होंने कहा कि अभद्र भाषा का निर्धारण किसी जगह के नियमों और कानूनों को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “भारत में नफरत फैलाने वाले भाषण हमारे संवैधानिक ढांचे और मौजूदा नियमों से तय होंगे। यह उनके राजनीतिक संबद्धता के बावजूद सभी के लिए उचित रूप से लागू किया जाना चाहिए। सोनिया गांधी, जिनके विभाजनकारी भाषण को फेसबुक पर लाइव स्ट्रीम किया, जिसके कारण हाल ही में दिल्ली में व्यापक पैमाने पर दंगे और मौतें हुईं, यह भी उतना ही दोषी था जितना कि कोई और।” अमित मालवीय ने कहा कि हम दोहरे मानक नहीं रख सकते।

गौरतलब है कि इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग को लिखे पत्र में कहा था कि फेसबुक को कुछ समूहों द्वारा ‘आंतरिक विभाजन और सामाजिक अस्थिरता’ बढ़ाने के लिए नवीनतम उपकरण की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *