असम बोडो हमला : NDFB के 6 आतंकवादी गिरफ्तार

असम के कोकराझार जिले से नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के छह आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि आतंकवादियों के पास से हथियारों और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा बरामद हुआ है। पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों को गुरुवार रात एक जंगल से गिरफ्तार किया गया। इसमें से दो कोकराझार में हुईं हत्याओं में शामिल थे।

सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के पास से चार पिस्तौलें, एक एके47 रायफल, एक एम16 रायफल, चार हथगोले, 300 से अधिक गोला-बारूद और दवाओं से भरे चार बैग बरामद किए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘गिरफ्तार आतंकवादियों में से दो की पहचान मिथिंगा और खुरेई के तौर पर हुई है, जो कोकराझार में 23 दिसंबर, 2014 को हुए नरसंहार में सीधे तौर पर शामिल थे। मिथिंगा एनडीएफबी की कोकराझार इकाई का उप प्रभारी है।’

अधिकारी ने बताया, ‘आतंकवादियों की निशानदेही पर दूसरी जगह से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए।’ एनडीएफबी आतंकवादी 23 दिसंबर को कोकराझार, चिरांग और षोणितपुर जिलों में हुए नरसंहार में शामिल थे, जिसमें 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।

स्त्रोत : आज तक


खुफिया जानकारी के बावजूद असम सरकार ने हमला रोकने का प्रयास नहीं किया : भाजपा

असम में हुई हिंसा की एक तस्वीर (फाइल फोटो)

बीजेपी ने शनिवार को असम की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि खुफिया रिपोर्ट होने के बावजूद उसने राज्य के कोकराझार और सोनीतपुर में उग्रवादी एनडीएफबी के हमलों से आदिवासियों को बचाने के लिए कोई पूर्व कार्रवाई नहीं करके अपने कर्तव्य के निर्वहन के प्रति घोर लापरवाही बरती है ।

पार्टी के सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘आतंक के प्रति असम सरकार का रवैया संवेदनहीन है जिसके चलते कोकराझार और सोनीतपुर जिलों में 23 दिसंबर को हुए नरसंहार ने 75 लोगों की जान ले ली। यदि राज्य सरकार ने गुप्तचर ब्यूरो (गुवाहाटी) और असम पुलिस की विशेष शाखा द्वारा की गई खुफिया रिपोर्ट पर गौर करते हुए कार्रवाई की होती तो इन हमलों से बचा जा सकता था।’

उन्होंने दावा किया कि इन खुफिया रिपोर्ट में स्पष्ट और विश्वसनीय जानकारी दी गई थी कि नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड इन दो जिलों में आदिवासियों पर नृशंस हमला करने की योजना बना रहा है। सिंह ने कहा कि यह खुफिया रिपोर्ट हमले से पहले 22 दिसंबर और फिर 23 दिसंबर की सुबह दी जा चुकी थी।

उन्होंने कहा कि अपनी गलती मानने की बजाए राज्य सरकार यह गलतबयानी कर रही है कि वह समय पर कार्रवाई इसलिए नहीं कर सकी क्योंकि 23 तारीख की सुबह जो खुफिया जानकारी मिली वह गुमराह करने वाली थी।

बीजेपी नेता ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री अपनी सरकार के इस संवदेनहीन रवैये के बारे में प्रमाणिक सफाई दें अन्यथा यह माना जाएगा कि इस नरसंहार पर उनकी स्वीकृति थी।

स्त्रोत : आजतक


असम में बड़ा हमला, बोडो उग्रवादियों ने ली 65 की जान

नई दिल्ली/ गोवाहाटी – असम के कोकराझार और सोनितपुर जिलों में मंगलवार शाम नेशनल डेमोक्रेंटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड़ (एनडीएफबी) के उग्रवादियों ने हमले की चार बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। इन हमलों में करीब 65 लोगों की जान गई तथा बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि मैंने असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। हालात का जायजा लेने गृहमंत्री खुद असम जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोकराझार और सोनितपुर में निर्दोष लोगों की हत्या कायरतापूर्ण कार्रवाई है। हमारी प्रार्थना दिवंगत लोगों के परिवारों के साथ है। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी इन उग्रवादी हमलों की कड़ी निंदा की है। वह हालात का जायजा लेने के लिए बुधवार को असम जाएंगे।

पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की ये घटनाएं सोनितपुर के मैतालु बस्ती और बतासीपुर तथा कोकराझार के उल्टापानी और सेरफंगुरी क्षेत्रों में एक घंटे के अंदर हुई। अरूणाचल प्रदेश सीमा के करीब मैतालु बस्ती में उग्रवादियों की ताबड़तोड़ फायरिंग में ही 20 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है।

पुलिस ने मैतालुबस्ती गांव से दस शवों के मिलने की पुष्टि की है। बसातीपुर क्षेत्र में छह लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कोकराझार जिले के उल्टापानी क्षेत्र में चार लोग मारे गए जबकि चार अन्य घायल हो गए। सेरफंगुरी में उग्रवादियों की गोलीबारी में दो महिला और एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई।

असम के अतिरिक्त पुलिस निदेशक पल्लव भट्टाचार्य ने कहा कि अभी मृतकों की वास्तविक संख्या का पता नहीं चला है लेकिन करीब 40 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की सूचना है। कोकराझार में पिछले दो दिनों में उग्रवादियों ने दो विस्फोट किए जिनमें तीन लोग घायल हो गए। उग्रवादियों ने दो ग्रेनेड भी फेंके लेकिन उन्हें निष्क्रिय कर दिया गया।

इस बीच मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण कार्रवाई बताया है। गोगोई ने छह कैबिनेट मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए भेजा है। गोगोई ने उन्हें कानून एवं व्यवस्था की स्थिति और राहत एवं बचाव के कार्यो का निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी इन हमलों का जिम्मेदार होगा उसकी पहचान कर उसे सजा दी जाएगी।

कोकराझार जिले में रविवार को सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में एनडीएफबी के दो उग्रवादियों की मौत के प्रतिशोध में यह हमला किया गया। उग्रवादियों ने सोमवार को राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर सुरक्षाबल उनके खिलाफ अपना अभियान नहीं रोकेंगे तो वे भी हमले करेंगे। गोगोई ने कहा था कि राज्य सरकार एनडीएफबी की धमकियों से नहीं डरेगी। उनके इस बयान के तीन घंटे बाद ही उग्रवादियों ने ये हमले किए। एनडीएफबी ने ज्यादातर हमले आदिवासी बहुल क्षेत्रों में किए।

स्त्रोत : राजस्थान पत्रिका


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