पहचान छिपाकर हिंदू लड़कियों को फंसाने की घटनाएं लगातार उत्तरप्रदेश के कानपुर से सामने आ रही है। इसी तरह के एक मामले में शीबू अली ने सचिन बनकर एक लड़की को पहले प्रेमजाल में फंसाया। फिर अश्लील वीडियो बनाकर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव डाला। उसे गौमांस खिलाया। मौलवी संग शारिरिक संबंध बनाने का दबाव डाला। जब लड़की ने विरोध किया तो चाकू से उस पर हमला किया।
रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता ने खुद मीडिया के सामने आपबीती बयॉं की। उसने बताया कि शीबू अली नाम के लड़के में उससे सचिन बनकर दोस्ती की थी। बातचीत के दौरान उसने मुझे अपनी बातों में फँसा लिया और हमारा अफेयर शुरू हो गया। बाद में उसकी हरकतों को देखने के बाद पता चला कि वह हिंदू नहीं मुस्लिम है।
पीड़िता ने बताया, “शीबू मुझ पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा। मेरे साथ मारपीट करता रहा। एक दिन तो एक मौलवी को साथ लेकर आया और मुझसे कहने लगा कि तुम्हें इससे संबंध बनाना पड़ेगा। मैंने इसका विरोध किया। जब मैंने धर्म परिवर्तन करने से इनकार कर दिया तो उसने मुझ पर चाकू से हमला कर दिया।”
पीड़िता ने कहा, “शीबू अली ने सचिन बनकर मुझसे दोस्ती की थी। उससे मेरा 2013 में अफेयर शुरू हुआ था। इसके बाद बहला-फुसलाकर वो मुझे 2014 में नोएडा ले गया। सेक्टर-63 में उसने मुझे रखा। जिस एरिया में उसने मुझे रखा था वह पूरा मुस्लिम इलाका था। शुरुआत में उसने अपना नाम सचिन शर्मा बताया था। लेकिन धीरे-धीरे मुझे उसकी ऐक्टिविटी देखकर शक होने लगा। एक दिन मैंने उसे मस्जिद में जाते हुए देखा। इसके बारे में पूछा तो उसने मेरे साथ मारपीट की। उसने मेरे साथ कुछ वीडियो बनाए थे। जिसको लेकर वो मुझे ब्लैकमेल करता था। वीडियो वायरल करने की धमकी देता था और कहता था बदनाम कर दूंगा। मुझे किसी से बातचीत नहीं करने देता था, और कमरे में बंद करके रखता था।”
पीड़िता ने जबरन संबंध बनाने वाली घटना के बारे में बताते हुए कहा, “एक दिन वो मस्जिद के मौलवी को लेकर आया और कहने लगा कि मौलवी को तुम्हे खुश करना है। मैने उसकी इस हरकत का विरोध किया। उसने मुझे मौलवी के सामने ही जमकर पीटा। लगातार मुझपर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाता था। कहता था कि तुम्हें मुस्लिम बनकर रहना है, मैं भी मुस्लिम हूँ। उसकी इन बातों से मुझे काफी शॉक लगा। फिर जैसे-तैसे करके किसी तरह से मैं वापस कानपुर आ गई और अपनी फैमली के साथ रहने लगी।”
पीड़िता ने आगे बताया, “डेढ़ से दो साल बाद फिर से मेरे संपर्क में आया और कहने लगा कि मुझसे गलतियां हुई है। तुम जैसे रहना चाहती हो वैसे रहो। तुम पर किसी प्रकार का दबाव नहीं डालूँगा। उसकी बातों से मेरा दिल पिघल गया। एक बार फिर से मैं उसकी बातों में आ गई और साथ रहने लगी। शुरुआत में तो सब सही था। लेकिन फिर इसने अपने घर के पास एक किराए का कमरा लेकर मुझे रखा। जिस इलाके में इसने कमरा लिया वहाँ भी सारे मुस्लिम रहते थे।”
ससुरालवालों के रवैये को लेकर हिंदू युवती ने बताया,” शीबू के परिजन आते थे। वो मुझपर दबाव डालते थे कि तुम्हे धर्म परिवर्तन करना पड़ेगा। तुम्हे मुस्लिम बनकर रहना पड़ेगा, नॉनवेज खाना पड़ेगा, नकाब पहनना पड़ेगा। जब मैं इनका विरोध करती थी तो ये लोग मिलकर मेरे साथ मारपीट करते थे। मुझसे कई बार कहा गया किब तुम जब धर्म परिवर्तन करोगी तभी तुम्हें ठीक से रखा जाएगा। वरना तुम्हारे साथ यहीं होगा।”
पीड़िता ने बताया, “मौका पाकर मैं वापस अपने घर पर वापस आ गई। इसके फिर डेढ़ से दो साल बाद शीबू ने मुझसे बातचीत करने का प्रयास किया, और बहलाने फुसलाने की कोशिश की कि मैं फिर से इसके साथ रहने लगूँ, लेकिन मैं नहीं मानी। फिर इसने कई बार ये बोला अच्छा ठीक है मुझे तुमसे बात करनी है सिर्फ बात कर लो आकर, फिर कभी तुमको परेशान नहीं करूँगा। मैंने काफी बार मना कर दिया फिर सोचा चलो सुन लेते है इसे क्या कहना है।”
हमले के बारे में बताते हुए लड़की ने बताया, “बीते 14 अगस्त 2020 को इसने मुझे बातचीत करने के बुलाया, शीबू और इसका भाई इरशाद वहाँ पहले से ही मौजूद थे। मुझ पर साथ में रहने का दबाव बना रहा था, जब मैंने उसकी बात नहीं मानी तो, शीबू के भाई ने मुझे पीछे से पकड़ लिया और शीबू ने मेरे ऊपर चाकू से हमला कर दिया। जिस दौरान वहाँ से जा रहे दो लड़कों को मैंने मदद के लिए बुलाया, जिसको देखते ही शीबू अली का भाई भाग गया लेकिन ये नहीं भाग पाया।”
पीड़िता की मां ने बताया कि हत्या के आरोप में शीबू अली को जेल भेज दिया गया है। वहीं एसपी साउथ ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि मामले में पीड़िता से पूछताछ की जाएगी। साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जाँच एसआईटी से करवाई जाएगी।
कानपुर के जूही इलाका धीरे धीरे बन रहा लव जिहाद का अड्डा
गौरतलब है कि कानुपर की जूही कॉलनी शालिनी यादव मामले के बाद से खबरों की चर्चा में आया था। लेकिन स्थानीय लोग इसके बारे में पहले से बात करते आ रहे हैं। 20 जून को जब शालिनी लापता हुईं तो उनके पिता ने जूही कॉलनी के युवक सहित सात लोगों पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन इस अपराध के बाद पूरी कॉलनी चर्चा में बनी हुई है। क्योंकि सिर्फ शालिनी ही नहीं जूही कॉलोनी से ऐसे दर्जनों मामले सामने आए जिसमें हिंदू लड़कियों को मुस्लिम युवकों द्वारा लव जिहाद का शिकार बनाया गया है।
संदर्भ : OpIndia