उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित विधानसभा के बाहर अंजना तिवारी नाम की महिला ने खुद के शरीर में आग लगा कर आत्मदाह की कोशिश की थी। अब इस मामले में कॉन्ग्रेस के ही एक नेता आलोक प्रसाद को हिरासत में लिया गया है। लखनऊ पुलिस ने कॉन्ग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटे आलोक प्रसाद को हिरासत में लिया है। आरोप है कि मंगलवार (अक्टूबर 13, 2020) को आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला को UP कॉन्ग्रेस के SC विभाग के अध्यक्ष आलोक प्रसाद ने ही उकसाया था।
‘आजतक’ की खबर के अनुसार, पुलिस ने बुधवार की सुबह उनके आवास से ही आलोक प्रसाद को हिरासत में ले लिया। महिला ने उनके द्वारा उकसाए जाने के बाद खुद के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आग लगा ली और आत्मदाह का प्रयास किया। 35 वर्षीय महिला का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहाँ उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। आलोक के पिता सुखदेव प्रसाद राज्यपाल भी रहे थे।
महिला का आरोप है कि महाराजगंज के निवासी अखिलेश तिवारी से उसकी शादी हुई थी जिसके बाद तलाक हो गया। तत्पश्चात महिला ने धर्म परिवर्तन कर आसिफ नाम के युवक से शादी कर ली। बताया गया है कि शादी के बाद आसिफ सऊदी अरब चला गया। महिला ने आसिफ के परिजनों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। हाथरस मामले के बीच इस तरह की घटना का सामने आना चर्चा का विषय बन रहा है।
उत्तर प्रदेश कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ‘जय भीम’ का नारा देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश दलित कॉन्ग्रेस के चेयरमैन आलोक प्रसाद जी को मध्य रात्रि बिना वारंट गिरफ़्तार करना निंदनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए साजिशों का खेल कर रही है और लगातार दलितों-वंचितों का दमन कर रही है। उन्होंने कहा, “सीएम जान लें कि कॉन्ग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है।“
उप्र दलित कांग्रेस के चेयरमैन @Alokprasad_INC जी को मध्य रात्रि बिना वारंट गिरफ़्तार करना निंदनीय है। योगी सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए साजिशों का खेल कर रही है। लगातार दलितों – वंचितों का दमन कर रही है। सीएम जान लें कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है।
जय भीम pic.twitter.com/XXoD06nFD9
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) October 14, 2020
संदर्भ : OpIndia
आसिफ के लिए अंजना से आइसा बनी महिला ने विधानसभा के सामने किया आत्मदाह का प्रयास
October 13, 2020
उत्तर प्रदेश में विधानसभा के सामने ही एक महिला ने खुद के शरीर में आग लगा कर आत्मदाह का प्रयास किया है। लखनऊ विधानसभा के बाहर महिला द्वारा खुद को आग लगाए जाने के बाद हंगामा मच गया। महिला का शरीर काफी जल गया है, जिसके बाद पुलिस ने उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। निजी अस्पताल में इलाजरत महिला की स्थिति काफी गंभीर है, ऐसा डॉक्टरों ने जानकारी दी है।
‘आजतक’ की खबर के अनुसार, 35 वर्षीय महिला का आरोप है कि महाराजगंज के निवासी अखिलेश तिवारी से उसकी शादी हुई थी जिसके बाद तलाक हो गया। तत्पश्चात महिला ने धर्म परिवर्तन कर आसिफ नाम के युवक से शादी कर ली। बताया गया है कि शादी के बाद आसिफ सऊदी अरब चला गया। महिला ने आसिफ के परिजनों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। हाथरस मामले के बीच इस तरह की घटना का सामने आना चर्चा का विषय बन रहा है।
महिला का नाम अंजना तिवारी है। लेकिन, आसिफ के साथ निकाह के बाद उसने अपना नाम बदल कर आइसा रख लिया हुआ था। उसने विधानसभा के गेट पर खुद को आग लगाई। महिला ने जैसे ही खुद को आग लगाई, पुलिस ने जल्दी-जल्दी में वहाँ पहुँच कर उसे बचाया और अस्पताल में ले जाया गया। लखनऊ डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा का कहना है कि जांच शुरू है और इस मामले की तह तक पुलिस पहुँचेगी।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में विधानसभा के गेट पर अंजना तिवारी नाम की महिला ने खुद को आग लगा ली। गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती।
अंजना ने धर्म बदलकर निकाह किया था। अईसा नाम रखा था। पति सऊदी में है। छानबीन में जुटी पुलिस। #Luckhnow pic.twitter.com/zlm7dND2W0
— Sachin Gupta | सचिन गुप्ता (@sachingupta787) October 13, 2020
वैसे ये पहला मामला नहीं है, जब किसी ने आत्मदाह का प्रयास किया हो। अमेठी की एक मां-बेटी ने इसी तरह खुद को आग लगा ली थी। उन दोनों का पड़ोसी से विवाद चल रहा था, जिसका समाधान न निकलने के कारण उन्होंने आत्मदाह कर लिया था। मीडियाकर्मियों ने तब इन दोनों की जान बचाने का प्रयास भी किया था, लेकिन वो असफल हुए। हालाँकि, पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल ज़रूर उठे थे।
संदर्भ : OpIndia