झारखण्ड के गढ़वा में सदर थाना स्थित उचरी मोहल्ले में एक युवक की सिर्फ इसीलिए गला रेत कर हत्या कर दी गई, क्योंकि उसने गायों को बचाने की कोशिश की थी। ये घटना सोमवार (अक्टूबर 19, 2020) की देर रात हुई। उक्त मुस्लिम युवक ने गोहत्या करने से रोका था, जिसके बाद उसके ही समुदाय के लोगों ने उसे मार डाला। पुलिस ने उसी समुदाय के दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने युवक का गला रेत डाला था।
उंचरी निवासी मोहम्मद हबीब के 18 वर्षीय पुत्र मोहम्मद आरजू की हत्या के अगले दिन उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए गढ़वा स्थित सदर अस्पताल में लाया गया। सुबह-सुबह ही झारखण्ड के पेयजल मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर भी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुँचे। उन्हें मृतक की मां आयशा ने बताया कि उनका बेटा आसपास के लोगों को गोहत्या करने से मना करता था, जिसके कारण उसकी हत्या कर दी गई।
मोहल्ले के ही मुन्नू कुरैशी और कइल कुरैशी ने उसे मार डाला। महिला ने झारखण्ड सरकार के मंत्री के सामने मांग रखी कि उनके बेटे के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। महिला के निवेदन पर मंत्री ने वहाँ उपस्थित थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह को निर्देश दिया कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। मृतक की उम्र मात्र 18 साल ही थी।
झारखंड के गढ़वा में गौ की हत्या का विरोध करने वाले युवक की गला रेत कर हत्या कर दी गई।गौ हत्या का विरोध करने पर उसी समुदाय के 2 युवकों ने गला रेतकर हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।युवक की मां ने बताया कि उसका पुत्र गौ हत्या करने से मना करता था। pic.twitter.com/3Iiy8SRoeV
— Sohan singh (@sohansingh05) October 20, 2020
मृतक की मां ने बताया कि चूंकि उनका बेटा आरजू मोहल्ले के लोगों को गोहत्या न करने के लिए कहता था और इसके खिलाफ आवाज़ भी उठाता था, इसीलिए उन्हें अपने ही समुदाय का आक्रोश झेलना पड़ता था। गढ़वा जिला झारखण्ड के पलामू प्रमंडल में पड़ता है। झारखण्ड में इससे पहले भी गोहत्या को लेकर तनाव के मामले सामने आते रहे हैं। हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद ऐसी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है।
संदर्भ : OpIndia